इंग्लैंड और मेहमान भारतीय क्रिकेट टीम के बीच टेस्ट सीरीज (India vs England) शुरू होने से पहले सबके मन में एक सवाल था कि आखिर वहां भारत का टीम संयोजन कैसा रहेगा। इसकी सबसे बड़ी वजह एक मजबूत बेंच स्ट्रेंथ थी। तभी सीरीज शुरू होने से ठीक पहले नेट्स में अभ्यास करते हुए मयंक अग्रवाल चोटिल हो गए, इसके बाद चर्चा तेज हो गई कि आखिर रोहित शर्मा के साथ ओपनिंग कौन करेगा? तमाम नाम सामने आने लगे, काफी चर्चा हुई लेकिन आखिरकार उस खिलाड़ी ने ही दम दिखाया जो इंग्लैंड दौरे पर पहुंचने के साथ ही खुद को साबित करता आया है।
जब मयंक अग्रवाल चोटिल हुए तो ओपनर के रूप में कई नामों की चर्चा शुरू हो गई। अभिमन्यु इश्वरन से लेकर हनुमा विहारी तक, यही नहीं शार्दुल ठाकुर को भी ऑलराउंडर के रूप में प्राथमिकता देने की बात होने लगी। प्रेस कॉन्फ्रेंस में कप्तान विराट कोहली और उपकप्तान अजिंक्य रहाणे से भी शार्दुल को लेकर सवाल किए गए जिस दौरान दोनों ने शार्दुल की खूब तारीफ भी की।
खुद को साबित करने की ललक
जब शीर्ष-11 का चयन हुआ तो उसमें ओपनिंग की जिम्मेदारी केएल राहुल (KL Rahul) को सौंपी गई और यही फैसला सही भी था। इंग्लैंड पहुंचने के बाद अभ्यास मैच में वो केएल राहुल ही थे जिनके बल्ले से शतक निकला था। वो लंबे समय से टेस्ट क्रिकेट से बाहर थे और खुद को साबित करने की ललक उनके अंदर साफ दिख रही थी। राहुल ने भी इस मौके को खाली नहीं जाने देने की जिद ठानी, जिसकी झलक नॉटिंघम की पिच पर भी दिखी है।