अफगानिस्तान में पंजशीर इलाके पर कब्जे के लिए तालिबान और नॉर्दन एलायंस की बीच जहां घमासान युद्ध चल रहा है, वहीं दूसरी ओर अफगानिस्तान के अधिकांश इलाकों पर अधिकार कर चुका तालिबान आज सरकार बनाने का ऐलान कर सकता है। गौरतलब है कि 15 अगस्त को तालिबान ने अफगानिस्तान की राजधानी पर भी कब्जा कर लिया था और पूर्ववर्ती सरकार के राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़कर भाग गए थे। इस बीच खबर है कि तालिबान के संस्थापक सदस्यों में से एक मुल्ला बिरादर नई तालिबानी सरकार का मुखिया हो सकता है।
खूंखार मुल्ला उमर के बेटे को मिलेगी सरकार में जगह
अफगानिस्तान में 20 साल पहले तालिबानी सरकार के दौरान मुखिया रहे मुल्ला उमर के बेटे मुल्ला मोहम्मद याकूब को भी सरकार में शामिल किया जा सकता है। इसके अलावा शेर मोहम्मद अब्बास स्टैनिकजई भी नई सरकार में अहम पदों पर होंगे। शेर अब्बास स्टैनिकजई को विदेश मंत्री बनाया जा सकता है।
पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई भी सरकार में हो सकते हैं शामिल
मुल्ला बिरादर की नई तालिबानी सरकार में पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई और पूर्व मुख्य कार्यकारी डॉ अब्दुल्ला अब्दुल्ला जैसे नेताओं को भी शामिल किया जा सकता है। हालांकि तालिबानी प्रवक्ता ने इस बारे में कोई साफ संकेत नहीं दिए हैं। इस बीच खबर है कि मुल्ला उमर के बेटे मुल्ला याकूब और सिराजुद्दीन हक्कानी के बीच सैनिकों और हथियारों के नियंत्रण को लेकर विवाद चल रहा है। न्याय, धार्मिक मामलों और आंतरिक सुरक्षा विभागों को लेकर भी दोनों नेताओं में मतभेद है।
पंजशीर पर नहीं कर सका कब्जा, चल रहा घमासान युद्ध
अफगानिस्तान के अधिकांश इलाकों पर कब्जा कर चुके तालिबान के लिए पंजशीर क्षेत्र अभी भी मुसीबत खड़ी कर रहा है। एक दिन पहले जहां तालिबान ने पंजशीर पर कब्जा करने का दावा किया है, वहीं दूसरी ओर पंजशीर ने इस दावे को सिरे से खारिज कर दिया है। वहीं पूर्व उप-राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने तालिबान के दावे के दावे को खारिज कर दिया है। अफगानिस्तान की पंजशीर घाटी में घमासान लड़ाई जारी है। अलग-अलग मीडिया रिपोर्ट में कई दावे किए जा रहे हैं। इस बीच यह भी खबर हैं कि पंजशीर में नॉर्दन एलायंस के लड़ाकों के साथ युद्ध में कई तालिबानी लड़ाके ढेर हो गए हैं।