केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को कहा कि इंदौर में सीएनजी उपलब्ध है। यहां के जनप्रतिनिधि प्रयास करें तो आसपास के किसानों के ट्रैक्टर सीएनजी से चलाए जा सकते हैं। इससे लाखों रुपये बचेंगे। मेरे पास यह विभाग भी है। शहर के आसपास गांवों में कई सीएनजी पंप खुलवा दूंगा। देश के किसानों को राहत देना बहुत जरूरी है। इंदौर की निगमायुक्त से आग्रह है कि वे गंदे पानी से ग्रीन हाइड्रोजन एनर्जी के उत्पादन का काम शुरू करें। नागपुर में गंदे पानी से महानगर पालिका ने 300 करोड़ रुपये कमा लिए हैं।
ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में गुरुवार रात हुए सड़क योजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास समारोह में गडकरी ने घोषणा की कि इंदौर बायपास पर दोनों तरफ पूरी लंबाई में सीमेंट-कांक्रीट की सड़क बनाई जाएगी। इसकी मांग सांसद शंकर लालवानी ने की थी। इंदौर-झाबुआ हाईवे को हरदा रोड से जोड़ने के लिए डीटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट(डीपीआर) बनाई जा रही है। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वेे से इंदौर को जोड़ने के लिए देवास, उज्जैन, आगर होतेे हुए गरोठ तक 173 किलोमीटर लंबी फोर लेन सड़क बनाई जाएगी।
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के आग्रह पर उन्होंने इंदौर-नागपुर, भोपाल-जबलपुर और जबलपुर-नागपुर हाईवे को जोड़ने के लिए 92 किमी लंबी सड़क बनाने की मंजूरी भी दी। इंदौर में पश्चिमी बायपास बनानेे को लेकर वे बोले कि राज्य सरकार 50 प्रतिशत अंशदान दे दे या जमीन दे दे। इसकी भरपाई सीमेंट-स्टील में जीएसटी और अन्य निर्माण सामग्री की रायल्टी में छूट देकर भी हो सकती है। मंत्रालय यह सड़क बनाने को तैयार है।
मुख्यमंत्री बोले- लगता था गडकरी कहीं गप तो नहीं मारते
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले जब झिझकते हुए गडकरीजी के पास 1000 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट मंजूर कराने जाते थे, तो वे कहते थे कि 2000 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट लाओ। तब लगता था कि कहीं गडकरीजी गप तो नहीं मारते, लेकिन अपने काम से उन्होंने खुद को दूरदर्शी और कल्पनाशील साबित किया है। वे कभी भी किसी को खाली हाथ जाने नहीं देते।
एंटी बाडी में भी नंबर वन होने वाला है इंदौर
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर बात में नंबर वन रहने वाला इंदौर एंटी बाडी में भी नंबर वन होने वाला है। सीरो सर्वे में ऐसी जानकारी मिली है, लेकिन इस बारे में अभी मैं पूरी जानकारी नहीं दूंगा। बाद में बताऊंगा। पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने कहा कि गडकरी ऐसे व्यक्ति हैं, जिन्होंने कभी जीवन में ना कहना नहीं सीखा। आज भी वे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे का काम देखते हुए इंदौर आए हैं। ऐसा कोई मंत्री नहीं कर सकता।
इंदौर में कांक्रीट की सड़कें गडकरी की ही देन
भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि गडकरी बिना मांगे देते हैं। जब मैं इंदौर का मेयर बना और बधाई देने के लिए उनका फोन आया, तो मैंने उन्हें कहा कि तनख्वाह बांटने के पैसे नहीं हैं। वेे बाद में इंदौर आए और उन्होंने मुझे बताया कि बगैर पैसे के कैसे काम किए जाते हैं। फिर नगर निगम ने बांड रोड बनाई। इंदौर में सीमेंट-कांक्रीट सड़कों का निर्माण उन्हीं की देन है। मैं जब पीडब्लूडी मंत्री था तब उन्होंने वर्ल्ड बैंक और एशियन डेवलपमेंट बैंक से राशि जुटाकर काम करने की जानकारी दी। मप्र रोड डेवलपमेंट कार्पोरेशन का गठन उन्हीं के सुझाव का परिणाम है। यह सब बातें कभी उन्होंने जाहिर नहीं होने दी। गडकरी इंदौर के विकास के शिल्पकार हैं।
सांसद बोले- एक और नई रिंग रोड जरूरी
स्वागत भाषण देते हुए सांसद शंकर लालवानी ने केंधीय मंत्री से आग्रह किया कि वे इंदौर के पश्चिमी हिस्से में बायपास बनाने की मंजूरी दें। इसके अलावा 15-20 साल को देखते हुए चारों तरफ नई आउटर रिंग बनाने की जरूरत है। शहर में ट्रैफिक समस्या बहुत ज्यादा है। इसे देखते हुए केबल कार प्रोजेक्ट को मंजूरी दें। कार्यक्रम को पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर मंत्री नरोत्तम मिश्रा, तुलसी सिलावट, ओमप्रकाश सखलेचा, राजवर्धनसिंह दत्तीगांव और उषा ठाकुर आदि मौजूद थे।
मैं सोच रहा हूं चुपचाप सराफा जाने का मौका मिले
गडकरी ने यह कहकर सबको हंसा दिया कि लोग कहते हैं कि आप सपने देखतेे हो। सोच सकारात्मक होनी चाहिए। अभी मैं सोच रहा हूं कि किसी तरह चुपचाप सराफा जाने का मौका मिल जाए। लाकडाउन के दौरान मैंने घर में खूब खाना बनाया।
आकर्षक बनेगा मोरटक्का पुल, रंगबिरंगी रोशनी होगी
इंदौर-अकोला फोर लेन प्रोजेक्ट के तहत मोरटक्का में नर्मदा नदी पर बनने वाले एक किलोमीटर लंबे पुल को आकर्षक बनाया जाएगा। वहां रंगबिरंगी रोशनी की जाएगी। मेरी इच्छा यह है कि पुल के आसपास ऐसी जगह विकसित की जाए, जहां लोग बैठकर पुल निहार सकें। आकर्षण बढ़ाने के लिए वहां लाइट एंड साउंड शो के जरिए मां अहिल्या की जीवनी बताने की व्यवस्था की जा सकती है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों को भी इस दिशा में सोचना चाहिए। उन्होंने बताया कि उनकी माताजी मां अहिल्या की बहुत बड़ी भक्त थीं। उन्होंने एक किताब भी लिखी थी।
पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन और सांसद शंकर लालवानी ने पुल विकसित किए जाने की मांग गडकरी से की थी, जिसेे उन्होंनेे औपचारिक रूप से मान लिया। नईदुनिया ने इस संबंध में लगातार समाचार प्रकाशित किए हैं। उसी के बाद दोनों जनप्रतिनिधियों ने मंत्री से इसकी मांग की थी। सांसद ने गुरुवार को भी मंच से इस मांग को दोहराया, जिस पर मंत्री ने कहा कि मैं भी चाहता हूं कि पुल आकर्षक बने। सिक्स लेन आकार का यह ब्रिज 180 करोड़ रुपये की लागत से बनना है। यह पुल इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह मप्र और महाराष्ट्र को जोड़ने वाली सड़क पर बनने वाला पुल है। मोरटक्का के पास ही प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग ओंकारेश्वर भी है।