सातवें वेतनमान के एरियर्स की दूसरी किस्त के लिए शिक्षकों की सेवा पुस्तिका का अनुमोदन किए जाने का कार्य विगत कुछ माह से जारी है, लेकिन अभी भी सेवा पुस्तिकाओं का अनुमोदन करने का कार्य पूर्ण नहीं हुआ है। मध्यप्रदेश शासकीय अध्यापक संगठन के पदाधिकारी बुधवार को नवागत जिला शिक्षा अधिकारी अश्विनी उपाध्याय से मिले। जहां उन्होंने डीईओ को अपनी मांगों से अवगत कराते हुये यह भी कहा कि अध्यापक शिक्षकों से सेवा पुस्तिका का अनुमोदन किए जाने के लिए दो से 3 हजार रुपये लिए जा रहे हैं इस मामले में रुपए लेने वालों पर सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
इसके संबंध में मध्यप्रदेश शासकीय अध्यापक संगठन के जिला अध्यक्ष रितेश गेडाम ने बताया कि जिले में अभी भी 16 सौ से अधिक अध्यापक शिक्षकों की सेवा पुस्तिकाओं का अनुमोदन नहीं हो पाया है। सेवा पुस्तिका का अनुमोदन बालाघाट में ही हो रहा है लेकिन मनगढ़ंत बात करते हुये जबलपुर में सेवा पुस्तिका का अनुमोदन होने की बात फैलाई जा रही है और हमारे शिक्षक साथियों से 2 से 3 हजार रुपये की मांग की जा रही है। डीईओ को इस विषय से ध्यानाकर्षण कराते हुए कार्यवाही किए जाने की मांग की गई है।
वहीं इसके संबंध में मोबाइल पर चर्चा करने पर जिला शिक्षा अधिकारी अश्विनी उपाध्याय ने बताया कि जिन शिक्षकों की सेवा कोशिकाओं का अनुमोदन नहीं हुआ है उनकी सेवा पुस्तिका का अनुमोदन करने कलेक्टर द्वारा निर्देशित कर दिया गया है और सेवा पुस्तिका का अनुमोदन करने का कार्य तीव्र गति से जारी है। जहां तक शिक्षकों से रुपये लिए जाने की बात है तो सभी शिक्षक पढ़े लिखे हैं उनके द्वारा रुपए नहीं दिए जाने चाहिए।