देश व्यापी राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वे 12 नवंबर को शहर के 218 स्कूलों में होगा। सुबह 9.30 बजे से होने वाली इस परीक्षा में किस विद्यार्थियों को शामिल किया जाएगा यह चंद घंटे पहले ही तय होगा। अचानक परीक्षार्थियों को ओएमआर शीट देकर सवालों के जवाब देने होंगे। परीक्षा के संचालन के लिए 403 मैदानी पर्यवेक्षक नियुक्त हो चुके हैं। सीबीएसई द्वारा यह सर्वे आयोजित किया जा रहा है। बुधवार को माडल स्कूल में पर्यवेक्षकों को सीबीएसई समन्वयक डा.राजेश चंदेल ने परीक्षा की बारीकियों के बारे में जानकारी दी।
डा.चंदेल ने प्रश्न पत्रों के वितरण से लेकर कलेक्शन, परीक्षा कराने, ओएमआर शीट आदि के बारे में ट्रेनिंग दी गई। बताया गया कि हर स्कूल में सीबीएसई द्वारा नियुक्त एक पर्यवेक्षक एवं डाइट, शिक्षा विभाग, पीएसएम से नियुक्त दो एफआई तैनात रहेंगे। इसलिए परीक्षा में गंभीरता से काम करें ताकि कोई लापरवाही का मामला सामने न आए। परीक्षा को लेकर राज्य शिक्षा केंद्र से ओआईसी अजय सक्सेना, डीपीआई से नियुक्त ओआईसी मुकेश शर्मा भी उपस्थित रहे। उन्होंने सभी फील्ड अधिकारियों को अचीवमेंट सर्वे की उपयोगिता, पारदर्शिता आदि के बारे में जानकारी दी। ट्रेनिंग में जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी, एडीपीपीस सुनील गुप्ता, डीपीसी आरपी चतुर्वेदी, डाइट प्राचार्य शशि बाला झा,बीआरसी आरके उपाध्याय, चंद्रभान शिल्पकार, अजय रजक, इंद्रमणि त्रिपाठी, चिंतामन यादव आदि उपस्थित थे।
एक स्कूल से अधिकतम 30 विद्यार्थी: घनश्याम सोनी ने बताया कि एक स्कूल से अधिकतम 30 बच्चे ही शामिल होंगे। अलग—अलग कक्षावार स्कूलों का निर्धारण किया गया है। एमएलबी स्कूल में 10वीं कक्षा की छात्राएं सर्वे में शामिल होगी। परीक्षा कापियों को पर्यवेक्षक सीधे जिला समन्वयक के पास जमा करवाएंगे। परीक्षार्थियों का चयन भी परीक्षा के कुछ देर पहले ही होगा। उनके अनुसार ये सर्वे बच्चों की काबिलियत को आंकने के लिए किया जा रहा है।