शहर में स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) इंदौर और भारतीय प्रबंध संस्थान (आइआइएम) इंदौर दोनों बड़े संस्थान कोरोना संक्रमण के मामले कम होने के बाद जल्द फिर से कक्षाओं को आफलाइन संचालित करने पर विचार कर रहे हैं। इस समय दोनों संस्थानों के ज्यादातर विद्यार्थी आनलाइन माध्यम से पढ़ाई कर रहे हैं जल्द ही फिर से विद्यार्थी परिसर में आ सकेंगे। यह इसलिए भी जरूरी हो गया है क्योंकि दो वर्ष में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों ने अब तक परिसर नहीं देखा है।
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश सरकार ने भी कोरोना संक्रमण के दौरान लगाए प्रतिबंध पूरी तरह से खत्म करने का निर्णय लिया है। ऐसे में अब सभी आयोजन व स्कूल, कालेज सामान्य तौर पर चल सकेंगे। आइआइटी और आइआइएम में पढ़ना विद्यार्थियों का सपना होता है ऐसे में दोनों संस्थान इस बात को समझ रहे हैं और ऐसा रास्ता निकाल रहे हैं जिससे विद्यार्थियों की सुरक्षा भी बनी रहे और नियमित कक्षाएं भी संचालित हो सके। नवंबर में आफलाइन कक्षाओं के संचालन को लेकर दोनों संस्थान कोई ठोस निर्णय ले सकते हैं।
दिसंबर से विद्यार्थी परिसर में आ सकते हैं। विद्यार्थियों की सुरक्षा दोनों संस्थानों के लिए महत्वपूर्ण है इसलिए संस्थान के अधिकारियों का कहना है कि कोरोना गाइडलाइन के लिए जारी कई नियम पहले की तरह जारी रखे जाएंगे। शारीरिक दूरी, मास्क और सैनिटाइजर का उपयोग किया जाएगा। विद्यार्थियों की भीड़ नहीं होने दी जाएगी। मैस से लेकर बस तक में एक समय में सीमित क्षमता में ही विद्यार्थी बैठ सकेंगे। प्रोफेसर्स से भी इस संबंध में दोनों संस्थान राय ले रहे हैं कि अगले दिनों में विद्यार्थियों को संस्थान में बुलाने के पहले किस तरह के इंतजार किए जाना चाहिए।