बिहार के मुजफ्फरपुर में एक नूडल बनाने वाली फैक्ट्री में बॉयलर फटने से कम से कम 7 लोगों की मौत हो गई जबकि एक दर्जन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल हुए लोगों को श्रीकृष्णा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसकेएमसीएच) में भर्ती कराया गया है और उनका इलाज चल रहा है। अधिकारियों ने कहा कि मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है क्योंकि मलबे में करीब 10 लोगों के फंसे होने की आशंका है। बिहार के मंत्री रामसूरत राय ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि मरने वालों की संख्या बढ़कर 7 हो गई है। हादसे की उच्च-स्तरीय जांच की जाएगी, इसके बाद दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। हमें यह पता लगाने की जरूरत है कि रविवार को कारखाना क्यों चालू था।
मई में बॉयलर के संचालन के लिए एक सरकारी प्रमाण पत्र दिया गया था। समाचार एजेंसी आईएएनएस ने मुजफ्फरपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसपी) जयंत कांत के हवाले से कहा, हमने अब तक मलबे से छह शव बरामद किए हैं। बचाव अभियान फिलहाल जारी है। दमकलकर्मी और पुलिस कर्मी मलबा हटा रहे हैं। अभी तक मौतों की सही संख्या का पता नहीं चला है।
अधिकारियों के मुताबिक मुजफ्फरपुर के बेला औद्योगिक इलाके में स्थित एक फैक्ट्री में हुआ धमाका इतना जोरदार था कि इसकी आवाज मौके से 5 किमी दूर तक सुनाई दी। विस्फोट के प्रभाव से बगल की एक फूल मिल नष्ट हो गई और अंदर सो रहे दो मजदूर भी घायल हो गए। इसी तरह की घटना 2018 में बिहार के नालंदा जिले में एक अवैध पटाखा इकाई में विस्फोट के बाद तीन बच्चों और एक महिला सहित पांच लोगों की मौत के बाद हुई थी, जबकि 18 अन्य घायल हो गए थे।