भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने राजस्थान के अलवर जिले में नाबालिग लड़की से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पर निशाना साधा है। संबित पात्रा ने कहा कि मैं प्रियंका वाड्रा से पूछना चाहता हूं कि आप उत्तर प्रदेश में चुनाव लड़ने के लिए ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ नारे का इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन क्या राजस्थान में आपका यह नारा लागू नहीं हो रहा है। संबित पात्रा ने अलवर में हुए सामूहिक दुष्कर्म के मुद्दे पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में शुक्रवार को कहा कि जिस दिन बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया था, उस दिन प्रियंका गांधी राजस्थान के रणथंभौर में अपना जन्मदिन मना रही थी, लेकिन उनको रणथंभौर से कुछ किलोमीटर दूर पीड़िता का हाल जानने की फुर्सत नहीं थी। प्रियंका गांधी को सियासत करने के लिए उन्नाव जाने का समय तो है लेकिन उनके पास अलवर जाने का समय नहीं है। संबित पात्रा ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी के विदेश जाने का आंशिक जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें भी अलवर सामूहिक दुष्कर्म मामले पर भाजपा के सवालों का जवाब देना चाहिए।
राजस्थान में लगातार बढ़ रहे महिलाओं के साथ अपराधराजस्थान के अलवर में नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म के आरोपी तीन दिन बाद भी गिरफ्तार नहीं हुए हैं। राजस्थान में भाजपा इस मुद्दे पर लगातार अशोक गहलोत सरकार पर आक्रामक है। केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में ”मैं एक लड़की से लड़ सकती हूं” का झूठा नारा उनके लिए चुनावी मैदान का ड्रामा है।
गजेंद्र सिंह शेखावत ने ट्वीट किया है कि “राजस्थान में कांग्रेस का शासन है और लड़कियों और महिलाओं के खिलाफ अपराधों की संख्या बढ़ रही है। उत्तर प्रदेश में “मैं एक लड़की से लड़ सकता हूं” का कांग्रेस का झूठा नारा उनके लिए चुनावी क्षेत्र का नाटक है। गहलोत जी सुनो। अलवर की बेटी को न्याय दिलाने के लिए हम हर स्तर पर लड़ने को तैयार हैं, हम वोट के लिए भावनाओं से नहीं खेलते, हम सिर्फ वोट के लिए नारे नहीं लगाते हैं। गजेंद्र सिंह शेखावत एक अन्य ट्वीट में लिखा है कि ”मैंने बेटी के परिवार वालों से फोन पर बात की है। उन्हें हर मदद का आश्वासन दिया है।
बैकफुट पर आई अशोक गहलोत सरकारविपक्ष के हमलावर होने के बाद राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने SIT का गठन किया है। मिली जानकारी के मुताबिक CCTV फुटेज में देखा गया है कि पीड़िता अपने घर से करीब 15 किलोमीटर दूर एक वाहन में अकेली बैठी है और फिर अलवर शहर में मोहिना बाबा के चबूतरे पर अकेली उतरती दिखाई देती है। इस CCTV फुटेज के आधार पर पुलिस ने वाहन को कब्जे में कर लिया है और इसकी फोरेंसिक जांच कराई गई है। साथ ही वाहन चालक के बयान भी दर्ज कराए गए हैं।
राज्य मानवाधिकार आयोग भी सक्रियनाबालिग बच्ची से साथ हुए इस सामूहिक दुष्कर्म कांड पर स्वत: संज्ञान लेते हुए राजस्थान राज्य मानवाधिकार आयोग ने जिला प्रशासन से 18 जनवरी तक तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है और अपराध में शामिल दोषियों को गिरफ्तार करने का आदेश दिया है। पुलिस का कहना है कि उन्हें इस घटना के संबंध में कुछ सुराग मिले हैं और मामले की जांच की जा रही है।
मानसिक रूप से विक्षिप्त है 14 वर्षीय नाबालिग बच्चीमंगलवार को घंटों लापता रहने के बाद अलवर जिले के मालाखेड़ा थाना क्षेत्र के तिजारा गेट के पास रात करीब 9 बजे मानसिक रूप से विक्षिप्त 14 वर्षीय किशोरी घायल अवस्था में मिली। पुलिस के मुताबिक पीड़ित बच्ची के प्राइवेट पार्ट सहित अन्य गंभीर चोटों को देखते हुए उसे सर्जरी के लिए जयपुर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत स्थिर है और इलाज जारी है।