सर्च इंजिन गूगल ने गुरुवार को डॉ. मिचियाकी ताकाहाशी के सम्मान में एक डूडल बनाया है। आपको बता दें कि डॉ. मिचियाकी ताकाहाशी ने चिकन पॉक्स के खिलाफ पहला वैक्सीन तैयार किया था। डॉ. मिचियाकी ताकाहाशी का यह जीवन रक्षक टीका बीते कई वर्षों से 80 से ज्यादा देशों से किया जा रहा है। चिकन पॉक्स रोग को रोकने के लिए एक प्रभावी उपाय के रूप में दुनियाभर के लाखों बच्चों को दिया गया है।
जापान में जन्मे थे डॉ. मिचियाकी ताकाहाशी
विख्यात वैज्ञानिक डॉ. मिचियाकी ताकाहाशी का जन्म वर्ष 1928 में जापान के ओसाका में हुआ था। डॉ. मिचियाकी ताकाहाशी ने 1974 में चिकन पॉक्स के खिलाफ सबसे पहले एक वैक्सीन तैयार किया था।
डॉ. मिचियाकी ताकाहाशी के बेटे को भी हुआ था चिकन पॉक्स
वैज्ञानिक डॉ. मिचियाकी ताकाहाशी के बेटे को भी चिकन पॉक्स की बीमारी हुई थी और इसी कारण उन्होंने इस संक्रामक रोग का मुकाबला करने के लिए अपनी योग्यता का इस्तेमाल किया और बीमारी से लड़ने के लिए वैक्सीन तैयार की और आज हजारों बच्चों को इस वैक्सीन के जरिए बचाया जा रहा है।
पांच वर्षों में तैयार किया था वैक्सीन
डॉ. मिचियाकी ताकाहाशी ने जानवरों और मानव ऊतकों में जीवित लेकिन कमजोर चिकन पॉक्स वायरस का संवर्धन शुरू किया और विकास के 5 वर्षों के भीतर यह नैदानिक परीक्षणों के लिए तैयार था। इसलिए 1974 में डॉ. मिचियाकी ताकाहाशी ने चिकनपॉक्स का कारण बनने वाले वैरिकाला वायरस (varicella virus) से लड़ने के लिए पहला टीका विकसित किया था, जो बेहद प्रभावी साबित हुआ था। डॉ. मिचियाकी ताकाहाशी का निधन 23 दिसम्बर, 2013 को हुआ था।