अपनी विभिन्न मांगों को लेकर 16 मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गई आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं ने सवा महीने बाद राज्य मंत्री से मिले ठोस आश्वासन के बाद भले ही अपनी अनिश्चितकालीन हड़ताल स्थगित कर दी हो, लेकिन अब भी उनकी मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं ।
21 मार्च के एक मामले को लेकर अब महिला एवं बाल विकास अधिकारी विभाग से सम्बंधित परियोजना अधिकारी संघ ने कलेक्टर कार्यालय में एक ज्ञापन सौंपकर कुछ नामचीन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं पर दंडात्मक कार्यवाही किए जाने की मांग की है।
अपनी इस मांग को लेकर ज्ञापन सौंपने कलेक्टर कार्यालय पहुंचे परियोजना अधिकारियों ने बताया कि 21 मार्च को अनिश्चितकालीन हड़ताल के दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने डीपीओ मैडम के चेंबर में पहुंचकर ना सिर्फ शासकीय कार्य में बाधा डालने की कोशिश की है ,बल्कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओ ने डीपीओ मैडम के साथ अभद्र व्यवहार कर उन्हें मानसिक तौर पर परेशान करने का भी काम किया है।
उन्होंने बताया कि डीपीओ मैडम के साथ किए गए इस अभद्र व्यवहार के बाद सभी परियोजना अधिकारी वर्ग में भय का माहौल है और उसी भय के माहौल में सभी अधिकारी वर्ग काम कर रहा है। उन्होंने कलेक्टर कार्यालय में ज्ञापन सौंपकर नामचीन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं सहायिकाओं पर दंडात्मक कार्यवाही करने और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न होने की मांग की है।