कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर झूठे प्रकरण दर्ज कर उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। पन्न्ा जिले की अजयगढ़ जनपद पंचायत के अध्यक्ष भरत मिलन पांडे पर भाजपा में शामिल होने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। उन्हें चुना हुआ जनप्रतिनिधि होने के कारण प्रशासकीय समिति के प्रधान पद से हटा दिया। विधिवत ट्रांजिट परमिट होने के बाद भी उनके डंपर से परिवहन की जा रही गिट्टी को अवैध करार देते हुए अर्थदंड लगा दिया गया। यह आरोप प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री केके मिश्रा और पांडे ने शुक्रवार को लगाया।
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आयोजित पत्रकारवार्ता ने मिश्रा और पांडे ने प्रकरण से जुड़े पूरे दस्तावेज दिखाते हुए कहा कि उनके नाम पर एक डंपर है। यह उत्तर प्रदेश की सड़क निर्माण कंपनी रतन बिल्डर्स को किराए पर दिया गया है। टाई क्रेशर पन्ना से यह गिट्टी भरकर भटारी जा रहा था तो अवैध खनिज परिवहन का प्रकरण बनाकर अमानगंज थाने में खड़ा कर लिया गया। जबकि, विधिवत अनुमति लेकर गिट्टी का परिवहन किया जा रहा था।
गिट्टी की जगह मिट्टी का अवैध रूप से परिवहन करने पर 42 लाख रुपये का अर्थदंड भी लगा दिया गया। जनपद अध्यक्ष के नाते जो अधिकार मिले थे, उसे छीनने के साथ पद से भी हटा दिया। जबकि, 11 दिसंबर 2020 को प्रथम श्रेणी मजिस्ट्रेट द्वारा दोषमुक्त किया जा चुका है। इस आदेश का पालन नहीं होने पर हाईकोर्ट में याचिका दायर की और वहां से राहत मिल गई। इसके बाद भी आदेश का पालन नहीं किया जा रहा है।