कटंगी थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले टेकाडी नांगझर के डोंगरबोड़ी जंगल में पिहरी तोडऩे गए एक व्यक्ति पर रीछ ने हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया. जहां घटना के दूसरे दिन उस व्यक्ति को जंगल से उठाकर उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जहां उसका उपचार जारी हैं रिछ के हमले से घायल हुए व्यक्ति का नाम ग्राम डोंगरबोड़ी निवासी 35 वर्षीय गणेश पिता शंकर वरकडे बताया गया है.जिसका जिला अस्पताल में उपचार जारी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार गणेश मजदुरी का कार्य करता है जो बरसाती सीजन में जंगल से पिहरी तोडक़र उसे बेचने का काम कर रहा है.आए दिनों की तरह गणेश सोमवार को भी पिहरी तोडऩे के लिए जंगल गया था जो देर शाम तक घर वापस नहीं आया. जिस पर उसके परिजनों ने आसपास के लोगों से गणेश की जानकारी पूछी लेकिन किसी ने भी कोई जानकारी नहीं दीं जिसके दूसरे दिन मंगलवार की सुबह गांव के कुछ लोग लकड़ी के लिए जंगल गए जहां नाले के पास गणेश अधमरा अवस्था में उन्हें पड़ा हुआ दिखाई दिया, जिसकी ग्रह सूचना ग्रामीणों ने तुरंत उसके परिजनों को दी उधर गणेश के परिजनों ने मामले से वन विभाग को अवगत कराया और नाले के समीप अधमरा पड़े गणेश को उठाकर बैलगाड़ा से कुछ किलोमीटर दूर तक ले आए वहां एंबुलेंस 108 को बुलाकर उसे उपचार के लिए कटंगी के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया.जहां के चिकित्सकों उसका प्राथमिक उपचार कर उसे बेहतर उपचार के लिए जिला अस्पताल रवाना किया है जहां उसका उपचार जारी है उधर मामले की सूचना मिलने पर वन विभाग के अधिकारियों ने भी से मामले को लेकर पूछताछ की वही गणेश के उपचार के लिए शासन द्वारा दी जाने वाली रकम भी उन्हें दिए जाने बात कही।
शासन के नियमानुसार मुआवजा दिया जाएगा-रूपसिंह परते
इस पूरे मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान दक्षिण लामता परिक्षेत्र सहायक रूपसिंह परते ने बताया कि सोमवार की सुबह 10 बजे गणेश पीहरी तोडऩे के लिए जंगल गया था. तब उस पर भालू ने हमला कर उसे घायल कर दिया था. भालू के हमले में घायल गणेश रात भर जंगल में पडा रहा. जब सुबह ग्रामीण लोग लकड़ी के लिए जंगल गए तो उन्होंने गणेश को वहा घायल अवस्था में पाया. जिसकी सूचना मिलने पर वन अधिकारी कर्मचारी परिजनों के साथ मौके पर पहुंचे, जहां घायल गणेश को पहले तो 3 किलोमीटर गाड़ा बैल से लाया गया, फिर 108 एंबुलेंस की मदद से उसे उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जहां उसका उपचार जारी है. उन्होंने आगे बताया कि वरिष्ठ अधिकारी भी यहां आए थे, जिन्होंने मौके पर हजार रु प्राथमिक उपचार के लिए दिए हैं. जब तक घायल गणेश का उपचार यहां चलता रहेगा, तब तक उसे शासन के नियमानुसार 500 प्रति दिन दिया जाएगा. यदि घायल बाहर से दवाई खरीदा है और उसका बिल लगाता है तो उसे उन दवाओं का भी भुगतान कर दिया जाएगा