नगर में लगातार कृषि उपज के अवैध परिवहन की शिकायतों के बीच कृषि उपज मंडी वारासिवनी के द्वारा उड़नदस्ता दल गठित कर अवैध परिवहन पर रोक लगाने के लिए लगातार कार्यवाही की जा रही है। इसी कड़ी में मंगलवार की रात में नगर के दीनदयाल चौक पर कृषि उपज मंडी के उड़नदस्ता दल के द्वारा कृषि उपज के परिवहन कर रहे वाहनों के दस्तावेजों की जांच की गई। इस दौरान कृषि उपज परिवहन में दस्तावेज नहीं पाए जाने पर संबंधित कृषि उपज मालिक पर चालानी कार्यवाही की गई। यह कार्यवाही उपसंचालक मंडी बोर्ड आंचलिक कार्यालय जबलपुर एवं भारसाधक अधिकारी वारासिवनी केसी बोपचे के मार्गदर्शन में की गई। जिसमें क्षेत्र निरीक्षण में वाहन निरीक्षण करने पर 1 वाहन में कृषि उपज धान का बगैर अनुज्ञा पत्र के अवैध परिवहन करते हुए पाया गया। जिस पर म.प्र. कृषि उपज मंडी अधिनियम 1972 की धारा 19(6) के उल्लंघन करने पर उक्त वाहन क्र. यूपी 70 ईटी 2321 जो वारासिवनी से रामपायली रोड की तरफ कृषि उपज 160 क्विंटल धान लेकर गायत्री इंटरप्राइजेज का ट्रक जा रहा था। जिसे रोककर परिवहन से संबंधित दस्तावेज मांगे गए तो उसके द्वारा दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराए गए जिस पर बिना अनुज्ञा पत्र के अवैध रूप से कृषि उपज धान का परिवहन करने का प्रकरण तैयार किया गया। जिसमे पांच गुना मंडी शुल्क 12000 रुपये निराश्रित शुल्क 320 रुपये समझौता शुल्क 1000 रुपये के साथ कुल 13320 रुपए की वसूली की गई। साथ ही अन्य ट्रकों की भी जांच की गई जिनके पास परिवहन संबंधित दस्तावेज थे जिन्हें छोड़ दिया गया। इस कार्यवाही में मंडी उड़नदस्ता दल वारासिवनी के नगेंद्र रंगारे सहायक उप निरीक्षक मंडी व अन्य मंडी कर्मचारी भूपेश चंद्र बारी लेखापाल विक्रांत देशमुख सहायक ग्रेड विशाल राजपूत सहायक ग्रेड नखन सिंह धुर्वे सहित अन्य कृषि उपज मंडी अधिकारी कर्मचारी का सराहनीय योगदान रहा।
पदमेंश से चर्चा में सहायक उपनिरीक्षक मंडी नगेंद्र रंगारे ने बताया कि वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर उड़नदस्ता दल बनाकर अवैध परिवहन के खिलाफ कार्यवाही की जा रही है। यह अभियान अभी जारी रहेगा जिसमें मंगलवार की रात में दीनदयाल चौक पर वाहनों की जांच की गई। श्री रंगारे ने बताया कि जांच के दौरान एक ट्रक बिना अनुज्ञा पत्र के अवैध रूप से कृषि उपज का परिवहन करते पाया गया। जिसे रोककर दस्तावेज मांगे और दस्तावेज ना होने पर प्रकरण तैयार कर 5 गुना मंडी टैक्स और अन्य मद के तहत चालानी कार्यवाही की गई और यह कार्यवाही लगातार की जायेगी।