राजशाही वाले ब्रिटेन की नई प्रधानमंत्री लिज ट्रस आज महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के नाम की शपथ लेंगी। वर्तमान प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन आज ही अपना इस्तीफा सौंपेंगे। इसके बाद महारानी एलिजाबेथ द्वितीय अपने नए पीएम की घोषणा करेंगी। 47 वर्षीय ट्रस आज ‘किसिंग आफ हैंड’ समारोह के लिए महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के पास जाएंगी। उनके साथ वर्तमान प्रधानमंत्री बोरिस जानसन भी होंगे। महारानी लिज ट्रस को सरकार बनाने के लिए शपथ दिलाएंगी। लिज ट्रस ने कड़े मुकाबले में भारतवंशी ऋषि सुनक को इस पद के लिए हराया है। वे ब्रिटेन की तीसरी महिला प्रधानमंत्री होंगी।
लिज ट्रस ने तीन पूर्व प्रधानमंत्रियों के साथ काम किया है। डेविड कैमरन ने उन्हें पर्यावरण मंत्री के रूप में पदोन्नत किया था और थेरेसा मे की सरकार में उन्होंने कानून मंत्री के रूप में काम किया। उन्हें 2021 में बोरिस जानसन ने उन्हें ब्रिटेन का विदेश मंत्री बनाया था। लिज ट्रस 1988 से राजनीति में सक्रिय हैं। उनकी छवि फायरब्रांड नेता के रूप में हैं। प्रधानमंत्री पद संभालने के बाद उनके सामने महंगाई, औद्योगिक अशांति और देश में मंदी की आशंका से निपटने की चुनौतियां होंगी। ब्रिटेन में जुलाई में मुद्रास्फीति की दर 10.1 फीसदी पहुंच गई है। ट्रस ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान टैक्स बढ़ोतरी वापस लेने और अन्य वसूली में तत्काल कटौती करने का वादा किया था। इसके अलावा महंगाई पर काबू पाने और पद संभालने के एक सप्ताह के भीतर ऊर्जा की बढ़ती कीमतों जैसी समस्याओं का समाधान पेश करने का वादा किया था।
लिज ट्रस शपथ लेने के बाद सीधे लंदन आएंगी जहां वे पीएम के आधिकारिक आवास 10 डाउनिंग स्ट्रीट से देश को संबोधित करेंगी। शाम को करीब चार बजे वे अपने मंत्रीमंडल की घोषणा करेंगी। इन मंत्रियों को महारानी वर्चुअली शपथ दिलाएंगी। इसके बाद विभागाध्यक्ष मंत्रियों को उनकी मुहर सौंपने की रस्म अदा करेंगे। लिज ट्रस द्वारा सशक्त मंत्रीमंडल का गठन करने की संभावना है। हालांकि उनके करीबी सूत्रों का कहना है कि मंत्रियों को प्रमुख फैसले लेने से पहले उनकी सलाह की जरूरत होगी। लिज ट्रस के सामने अपने सांसदों का विश्वास हासिल करना भी चुनौती होगा क्योंकि अधिकांश सांसदों की वे पसंदीदा पीएम नहीं हैं। जैसा कि पहले अनुमान व्यक्त किया गया था कि लिज ट्रस भारी बहुमत से जीतेंगी, ऐसा नहीं हुआ। ऋषि सुनक ने उन्हें कड़ी टक्कर दी। लिज के खाते में केवल 57 फीसदी वोट आए, जबकि 2019 में प्रधानमंत्री पद के लिए जॉनसन को 66.4 फीसदी पार्टी सदस्यों ने चुना था। 2021 के बाद वह पहली ऐसी प्रधानमंत्री हैं, जिन्हें अपनी पार्टी के मतदाताओं के 60 फीसदी से कम का समर्थन मिला है।