विधायक कृष्णा गौर के सवाल के जवाब में स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने लिखित जानकारी दी है। भोपाल की शासकीय महात्मा गांधी स्कूल (भेल) मैं शाला विकास के नाम पर प्रति विद्यार्थी 2000 रुपये वसूल किए गए हैं। इस राशि का उपयोग अतिथि शिक्षकों के वेतन भुगतान और अन्य व्यवस्थाओं के लिए होगा। यह माना जा रहा था कि सीएम राइज स्कूल बेहतर स्कूल होंगे, इसमें बेहतर पढ़ाई होगी। स्कूल सर्व सुविधा संपन्न होंगे। सरकार इसका खर्चा उठाएगी। लेकिन यहां पर भी छात्रों से विकास शुल्क के नाम पर वसूली की जा रही है।