शासन प्रशासन द्वारा संपूर्ण जिले में उच्च स्तरीय सड़कों का जाल बिछाने और गांव-गांव तक पक्की सड़कों की सौगात दिए जाने का दावा किया जाता है तो वहीं दूसरी ओर जिला मुख्यालय में बनाई गई सड़कों के बुरे हाल है, जिनकी मरम्मत नहीं किए जाने से आवागमन प्रभावित हो रहा है। हम बात शहर के साइड रोड की नहीं बल्कि गौरव पथ की कर रहे हैं शहर का गौरव बढ़ाने के लिए गौरव पथ का निर्माण किया गया था लेकिन यह मार्ग शहर का गौरव बढ़ाने के बजाय शहर का गौरव कम करते हुए नजर आ रहा है।
अंबेडकर चौक से कोतवाली थाने तक गौरव पथ ठीक स्थिति में हैं लेकिन उसके बाद कोतवाली थाने से पेट्रोल पंप होते हुए सेन चौक तक का मार्ग बहुत ही बदहाल स्थिति में है। पेट्रोल पंप के ठीक सामने बहुतायत गड्ढे हो गए हैं बारिश होने के कारण उन गड्ढों में जमकर पानी भर चुका है ऐसी स्थिति में कोई दुर्घटना ना हो जाए इसको देखते हुए बैरिकेड लगाकर आवागमन को रोक दिया गया है। जिसके कारण बड़े वाहन तो इस मार्ग से नहीं जा रहे हैं लेकिन दो पहिया वाहन चालक इसी रास्ते से अपने वाहनों को निकालते हुए देखे जा रहे हैं जिन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
आपको बताये कि पिछले दिनों लोगों द्वारा इस सड़क को पुनः निर्माण किए जाने की मांग की गई थी जिस पर संबंधित विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा 15 सितंबर से इस रोड का पुनर्निर्माण किए जाने की बात कही गई थी लेकिन इसका कार्य प्रारंभ होने जैसी स्थिति कहीं नजर नहीं आ रही है। लोगों का कहना है कि यह किसी गांव या दूरवर्ती शहर की बात नहीं बल्कि यह जिला मुख्यालय की प्रमुख सड़क है जहां से 24 घंटे लोगों का आवागमन होते रहता है, ऐसे मार्ग की बदहाल स्थिति होना निश्चित ही चिंताजनक बात है।
यहां से आने जाने वाले लोगों द्वारा बताया गया गौरव पथ जैसे मार्ग में बैरिकेड लगाने की आवश्यकता पड़ना और आवागमन को बाधित रखना जिला प्रशासन के लिए भी सवालिया निशान है। नगर पालिका प्रशासन एवं जिला प्रशासन द्वारा प्रमुख मार्ग में आवागमन बाधित न हो इस ओर विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए था। इस सड़क का निर्माण अति शीघ्र किया जाना चाहिए ताकि आवागमन करने में लोगों को दिक्कत ना हो। अभी लोगों को अंबेडकर चौक से सेन चौक तक जाने में बहुत दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है गड्ढों के कारण दुर्घटना होने का भी अंदेशा बना रहता है।