नेपाल सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश शैलेंद्र शमशेर राणा,घर में नजरबंद कर दिए गए हैं।उनके घर के सामने बड़ी मात्रा में पुलिस तैनात कर दी गई है।सुप्रीम कोर्ट नहीं जाने दिया गया।
13 फरवरी को नेपाली कांग्रेस, नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी, यूनिफाइड सोशलिस्ट पार्टी के 98 सांसदों ने मुख्य न्यायाधीश के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाए थे।महाभियोग में उनके खिलाफ भ्रष्टाचार और सरकार में हिस्सेदारी सहित 21 आरोप लगाए गए थे।फरवरी माह में उन्हें निलंबित कर दिया गया था।
महाभियोग प्रस्ताव संसद में पारित नहीं हो पाया, और सरकार का आखरी संसद सत्र भी समाप्त हो गया।नवंबर में संसद के चुनाव होना है।उसके बाद मुख्य न्यायाधीश अपनी ड्यूटी ज्वाइन करने सुप्रीम कोर्ट जाने वाले थे।इसी बीच उन्हें घर में नजरबंद कर दिया गया।उनके घर पर कड़ा पहरा लगा दिया गया है।
पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने सरकार की इस कार्यवाही को गैर जिम्मेदाराना रवैया बताया है।उन्होंने कहा संसद में महाभियोग प्रस्ताव पारित नहीं हुआ है।अतः उन्हें काम करने से रोका नहीं जाना चाहिए।नेपाल सरकार का न्यायपालिका में बढ़ता दखल नेपाल में चर्चाओं में बना हुआ है।इसका असर आगामी चुनाव में भी देखने को मिल सकता है।