पुलिस मुख्यालय से मिले निर्देश के बाद वाहन चालकों के लिए हेलमेट को अनिवार्य कर दिया गया है जिसका पुलिस द्वारा पालन भी करवाया जा रहा है। इसका असर वर्तमान में पेट्रोल पंप पहुंचने वाले वाहन चालकों को देखने मिल रहा है हेलमेट नहीं होने के कारण वाहन चालक बिना पेट्रोल लिए पेट्रोल पंप से वापस लौट रहे हैं जिसके कारण उन्हें बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसी तरह अब पुलिस थानो में प्रवेश करने के लिए भी हेलमेट अनिवार्य कर दिया गया है, सभी पुलिस थानों में व पुलिस लाइन कालोनियों में प्रवेश के लिए बिना हेलमेट प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। वहीं दूसरी ओर अन्य शासकीय कार्यालयों में हेलमेट को लेकर कोई रोक-टोक नहीं है।
यह इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि हेलमेट की चालानी कार्रवाई के दौरान अक्सर वे लोग कार्यवाही के दायरे में आते हैं जिनके पास पैसे भी नहीं होते हैं। वहीं शासकीय कार्यालयों में जाने वालो के पास यह समस्या नहीं होती है। शासकीय कार्यालय में जाने वाले पढ़े लिखे और जागरूक लोग होते हैं अगर हेलमेट की अनिवार्यता शासकीय कर्मचारियों से शुरू की जाए तो जनता में अच्छा संदेश जाएगा और आम जनता भी उसका अनुसरण करना शुरू करेगी।
आपको बताये कि पिछले दिनों हेलमेट को लेकर जो आदेश हुये है उसमें सभी शासकीय कार्यालयों के लिए भी आदेश आया है कि बिना हेलमेट के कार्यालयो में किसी को भी प्रवेश नही दिया जाये, चाहे वे उस शासकीय कार्यालय में कार्य करने वाले कर्मचारी ही क्यों ना हो। वाहन से आने वाले सभी कर्मचारियों के लिए यह नियम शासन स्तर से जारी किए गए हैं। लेकिन यह देखने मिल रहा है शासकीय कार्यालयों में हेलमेट पहनकर वाहन चलाने या बिना हेलमेट पहने शासकीय कार्यालय में प्रवेश करने जैसी कोई बात नजर नहीं आ रही है।
यह भी बताया जा रहा है कि कलेक्टर द्वारा हाल ही में निर्देश जारी किए गए हैं जो भी कर्मचारी वाहन से कार्यालय में आते हैं उन्हें हेलमेट पहनना अनिवार्य है। अभी तक तो इस निर्देश का पालन करते हुए कलेक्टर कार्यालय में नहीं देखा गया है लेकिन आदेश जारी होने के बाद इसका पालन हो पाएगा या नहीं यह तो समय ही बताएगा। ज्ञात हो कि कुछ माह पूर्व कलेक्टर कार्यालय के सामने यातायात विभाग द्वारा हेलमेट चेकिंग कार्यवाही की गई थी उस दौरान 2 दर्जन से अधिक कर्मचारियों के चालान हेलमेट नहीं पहनने को लेकर काटे गए थे और वह कार्रवाई एक दिन में ही समाप्त कर दी गई थी।
इस समय सबसे ज्यादा दिक्कत लोगों को पेट्रोल के लिए झेलनी पड़ रही है। कुछ पेट्रोल पंपों में बिना हेलमेट के भी आसानी से पेट्रोल मिल रहा है लेकिन कुछ पेट्रोल पंप ऐसे भी है जहां हेलमेट की अनिवार्यता का पालन किया जा रहा है। मोतीनगर रोड पर स्थित पेट्रोल पंप में जिन वाहन चालकों ने हेलमेट पहना है उन्हीं को पेट्रोल दिया जा रहा है, इस पेट्रोल पंप में पहुंचने वाले आधे से अधिक लोग बिना हेलमेट के होते हैं और उन्हें उस पेट्रोल पंप से निराश होकर वापस लौटते देखा जा रहा है।
पुलिस प्रशासन द्वारा हेलमेट नहीं पहनने वाले वाहन चालकों के चालान काटे जा रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर हेलमेट पहनने वाले वाहन चालको को सम्मानित भी किया जा रहा है। ऐसा ही नजारा बुधवार की शाम को कोतवाली थाने के सामने देखा गया, कोतवाली पुलिस द्वारा हेलमेट चेकिंग कार्यवाही की गई इस दौरान जहां हेलमेट नहीं पहनने वाले वाहन चालकों के चालान काटे गए। जो पहली मर्तबा बगैर हेलमेट पाए गए ऐसे कुछ लोगों को समझाइश भी दी गई वही इस दौरान जो वाहन चालक हेलमेट पहनकर वाहन चलाते मिले ऐसे वाहन चालकों का कोतवाली थाना प्रभारी कमल सिंह गहलोत द्वारा गुलाब का फूल भेंटकर एवं माला पहनाकर उन्हें सम्मानित भी किया गया।
इसके संबंध में चर्चा करने पर सीएसपी अंजूल अयंक मिश्रा ने बताया कि माननीय उच्चतम न्यायालय के निर्देशानुसार प्रदेश के पुलिस मुख्यालय से निर्देश प्राप्त हुए हैं हेलमेट पहनने को अनिवार्य किया जाए। इसके परिपालन में सबसे पहले पुलिस को ही हम प्रयास कर रहे हैं हमारे कर्मचारी निर्देशों का पालन करें, इसके आधार पर समस्त थानों को जो पुलिस क्वार्टर है वहां पर पुलिस लाइनों को निर्देशित किया गया है कोई भी कर्मचारी बिना हेलमेट के प्रवेश नहीं करेगा। सभी थानों एवं गेट पर बैनर पोस्टर लगाकर इस संबंध में जागरूकता फैलाने का प्रयास कर रहे हैं, सभी आमजनता से भी अपील की जा रही है हेलमेट को सिर्फ चालानी कार्रवाई से बचने नहीं बल्कि जीवन रक्षा के लिए पहले। पुलिस अमले द्वारा विभिन्न जगहों में चालानी कार्यवाही कर जनता को जागरूक करने का कार्य किया जा रहा है कलेक्टर द्वारा भी निर्देश दिए गए हैं सभी कर्मचारियों को वाहन चलाते समय हेलमेट पहनना अनिवार्य है।