शामिल शरीफ की कृषि भूमि पर बिना अन्य सदस्यों की सहमति के, किसी एक सदस्य को लाखों रुपए का कर्ज दिए जाने का एक मामला सामने आया है। जिस पर आपत्ति जताते हुए अन्य सदस्यों ने सेवा सहकारी समिति के लिपिक के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही किए जाने की मांग की है। मामला खैरलांजी तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्राम बोरडी से जुड़ा है। जहां के निवासी लिल्हारे बंधुओं ने सेवा सहकारी समिति के खिलाफ कलेक्टर और जिला सहकारी बैंक में एक ज्ञापन सौपते हुए मामले की जांच कर दोषियों पर वैधानिक कार्यवाही किए जाने की मांग की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम बोरड़ी निवासी यादवदास लिल्हारे , हुलाराम और प्रेमदास लिल्हारे सहित अन्य सदस्यों के नाम, शामिल शरीफ में कृषि भूमि है। जिसमें सभी सदस्य एक दूसरे की सहमति से हस्ताक्षर वाला सहमति पत्र भरकर सेवा सहकारी समिति मनेरी से खाद, किसान क्रेडिट कार्ड पर ऋण, और डीएमआर की राशि उठाते थे। वही सहकारी समिति भी सभी सदस्यों से सहमति पत्र पर हस्ताक्षर लेकर किसी को खाद या कर्ज का वितरण सकती थी। जहां अन्य सदस्यों का आरोप है कि सेवा सहकारी समिति मनेरी के लिपिक विलास चौरे ने बिना अन्य सदस्यों की सहमति के किसी एक सदस्य को एक लाख, 98 हजार 600रु का कर्ज प्रदान कर दिया। जिस पर आपत्ति जताते हुए अन्य सदस्यों ने ज्ञापन सौंपकर, लिपिक विलास चौरे पर लेनदन कर फर्जी तरीके से उन्हें कर्जदार बनाने और नियम विरुद्ध कार्य कर किसी एक सदस्य को व्यक्तिगत लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया है ।जहां उन्होंने जगह-जगह ज्ञापन सौंपकर मामले की जांच कर, दोषियों पर वैधानिक कार्यवाही किए जाने की मांग की है।