आज के दौर में जहां सबके पास मोबाइल फोन तो होता ही है। लेकिन ऐसे लोग भी बहुत बड़ी संख्या में मौजूद हैं जिनके पास एक से अधिक मोबाइल है। जाहीर है उनके पास मोबाइल नंबर भी दो या उससे अधिक होते हैं।
इसके अलावा आज अधिकतर मोबाइल डुअल सिम वाले होते हैं जिसके कारण लोग एक ही फोन में उनके 2 सिम चलाते हैं। इस कारण कुछ लोग 2 फोन के जरिये 4 नंबर तक एक साथ चला लेते हैं। इसके अलावा बच्चों के नाम पर सिम जारी नहीं हो सकते हैं जिस कारण हर माता- पिता अपने नाम से ही बच्चों को सिम दिलाते हैं।
इन सब को देखते हुए भारत सरकार के दूरसंचार विभाग DOT (Department of Telecommunications) ने एक पोर्टल (tafcop.dgtelecom.gov.in) लॉन्च किया था, जो व्यक्तियों को उनकी अनुमति या जानकारी के बिना ही उनके नाम पर मोबाइल नंबर के उपयोग की जांच करने की अनुमति देता है। इतना ही नहीं इस पोर्टल पर प्रभावित यूजर्स को अपने नाम से जारी किए गए उन नंबरों को ब्लॉक करने की सुविधा भी मिलती है।
एक व्यक्ति कितने सिम चला सकता है
मौजूदा सरकारी गाइडलाइन के अनुसार भारत में एक व्यक्ति को सिर्फ 9 मोबाइल कनेक्शन जारी किए जा सकते हैं। इसके साथ ही यदि किसी को 9 से अधिक मोबाइल नंबर प्रदान किए जाते हैं तो यह गाइडलाइन के विरुद्ध होगा जिसके कारण यह दुरुपयोग होगा। अब सरकार इस पोर्टल के माध्यम से इस खतरे को रोकने का काम कर रही है
हालांकि eSIM (Embedded-Subscriber Identity Module) को ध्यान में रखते हुए सरकार ने 2018 में केवल eSIM के लिए इस संख्या को 9 सिम से बढ़ाकर 18 सिम प्रति व्यक्ति तक कर दिया था। ऐसा इसलिए क्योंकि एक eSIM के साथ यूजर को टेलिकॉम कंपनी बदलते वक्त या नया कनेक्शन खरीदते समय भी सिम बदलने की आवश्यकता नहीं पड़ती है। सामान्य सिम से अलग eSIM यूजर्स के डिवाइस में ही इंस्टॉल हो जाता है। इसमें टेलिकॉम कंपनी की डीटेल अपडेट हो जाती है।
DOT ने समय के साथ मोबाइल 2 मोबाइल (M2M) संचार के लिए आवश्यक सिम की संख्या को ध्यान में रखते हुए प्रति यूजर की संख्या बढ़ाकर 18 कर दी थी। जिसमें सामान्य मोबाइल फोन के लिए 9 सिम शामिल या M2M संचार के लिए अन्य 9 सिम लिए जा सकते हैं।
अपना नंबर कैसे चेक करें
- इसके लिए सबसे पहले यूजर्स पोर्टल में लॉग इन करें, जिसके लिए अपना नंबर एंटर करने के बाद प्राप्त हुए ओटीपी को दर्ज करें।
- इसके बाद DOT उनके नाम पर एक्टिव कनेक्शनों की संख्या की सूचना SMS के जरिये देगा। इसके साथ ही विभाग यूजर्स को सचेत भी करेगा कि जो नंबर यूजर्स द्वारा उपयोग में नहीं है या अनधिकृत है, वो यूजर्स के अनुरोध पर ब्लॉक किए जा सकते हैं। इन अनुरोधों को ट्रैक करने के लिए विभाग यूजर्स को एक टिकट आईडी भी प्रदान करेगा।