जनपद पंचायत वारासिवनी अंतर्गत ग्राम पंचायत जागपुर स्थित नदी पर बनने वाले पुल को लेकर बालाघाट विधायक गौरीशंकर बिसेन और वारासिवनी विधायक प्रदीप जायसवाल के बीच जुबानी जंग लगातार जारी है। 27 नवंबर को सुबह बालाघाट विधायक गौरीशंकर बिसेन के द्वारा जागपुर पुल का भूमि पूजन किया गया। जिस पर वारासिवनी विधायक प्रदीप जायसवाल ने प्रेस वार्ता कर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जागपुर घाट पर 25 करोड़ का पुल मेरे माध्यम से स्वीकृत किया गया है और उसका भूमि पूजन आज सुबह गौरीशंकर बिसेन के द्वारा किया गया। पूरा जिला कह रहा है कि उनका मानसिक संतुलन खराब है इसकी मुझे भी प्रेसवार्ता में पुष्टि करनी पड़ी थी क्योंकि जिस तरह वारासिवनी में वह हस्तक्षेप कर रहे हैं। यहां मैं विधायक हु परंतु किसी प्रकार का सम्मान नहीं दिया जा रहा है 5 बार का विधायक हु प्रोटोकाल का उल्लंघन हो रहा है आज फिर उन्होंने सिद्ध कर दिया कि उनका मानसिक संतुलन खराब है।
25 करोड़ का पुल उसका भूमि पूजन मुख्यमंत्री करेंगे और हम सब उपस्थित होंगे यह मेरी सोच थी पर 25 से 30 लोगों के साथ भूमि पूजन किया। कार्यक्रम के कार्ड में प्रभारी मंत्री का नाम है वह अब रातो रात तो नहीं आते 2 दिन पहले उनका प्लान बनता है मंत्री सांसद का नाम है कोई नहीं आए बिना पंडित के भूमि पूजन हुआ इसकी हम तीखी आलोचना करते हैं।
अभी तो पुल का टेंडर भी नहीं लगा है यह राजनैतिक सुरक्षा है और उनकी लड़की कहती है कि प्रदीप जायसवाल बिना पेंदी के लोटे हैं तो उन्हें मुहावरा सही नहीं पता है यह उनके परिवार पर लागू होता है। कभी बालाघाट तो कभी वारासिवनी यहां से चुनाव लड़ना चाहते हैं और ऊपर बताना चाहते हैं कि वारासिवनी भाजपा की स्थिति बहुत कमजोर है वारासिवनी से टिकट लेने की नीयत है। मैं निर्दलीय जीता आज भी मेरा निशान ट्रैक्टर है बाकी तो भाजपा में चले गए मैंने अपने प्रत्याशी नगरपालिका जनपद में लड़ाया और ना भाजपा ना कांग्रेस में गया हूं मैं आज भी निर्दलीय ही हु। इनके पास टिकट लेने भी नहीं गया लड़की को यहां से लड़ाना चाहते हैं यहां भाजपा की स्थिति कमजोर है खुद बिना पेंदी के लोटे हैं। इनका कहना अलग है पर जिला पंचायत इनकी पत्नी लड़ेगी जनभागीदारी अध्यक्ष इनकी लड़की बनेगी विधानसभा भी लड़की लड़ेगी किसी को मौका कहां देते हैं।
पूरा पुल मेरी विधानसभा में आता है एप्रोच रोड उनकी है तो उन्होंने एप्रोच रोड का भूमि पूजन किया होगा जनता सभी का प्रश्न यही है कि मैंने भाजपा को समर्थन विकास के लिए दिया मेरी अहमियत सरकार चलाने वाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को पता है। समर्थन देकर सहयोग लिया और इन्हें दूसरे के क्षेत्र में जाना है तो जाओ और विधायक को साथ रखो समस्या क्या है वह स्वयं को नीचा क्यों समझ रहे हैं प्रदीप जायसवाल के सामने वे स्वयं को क्यों छोटा आक रहे हैं।
चोरी से भूमि पूजन किया राजनीतिक रूप से बहुत असुरक्षित है उनके मंत्री के 13 साल सांसद के 8 साल 20 साल बहुत होता है एक भी काम नहीं करें मेरे डेढ़ साल के मंत्री कार्यकाल में जो मैंने भूमिका बनाया था वही काम लाया हूं। यदि इन्होंने किया है तो 20 वर्ष में क्यों नहीं करवाये सारे काम।
मेरे कार्यकाल में ही नेशनल हाईवे आया है मेरे द्वारा मंत्री रहते दो बार नितिन गडकरी परिवहन मंत्री से मुलाकात की गई जिसके बाद बालाघाट जुड़ा। पर यह शर्मनाक बात है कि इतना बड़ा नेता दूसरों की उपलब्धि को चुरा रहा है कुल मिलाकर शेर जंगल में शिकार करता है और यह उसी प्रकार दूसरे के शिकार को खाने का प्रयास कर रहे हैं। इन्हें काम करना आता तो पुल मेडिकल कॉलेज बनाते पर इनके कारण 20 वर्ष बालाघाट पीछे गया मेरे 3 साल में जिले में काम हुए हैं।
बालाघाट में अभ्यारण खुलेगा विकास होगा तो इनके घर और खेत में मजदूर कहां से आयेगा जिला योजना समिति में सहमति बाकी है उसमें प्रश्न विधानसभा भी लगा हुआ है और इसमें हमने उद्योगपति एवं सभी को ध्यान में रखते हुए व्यवस्था बनाई है। सभी को फायदा है नुकसान केवल इनका है क्योंकि जनता सजग होगी। निश्चित ही भविष्य में गांव वालों को बुलाकर जागपुर घाट पर भव्य कार्यक्रम पर मुख्यमंत्री के हस्ते भूमि पूजन करवाया जाएगा क्योंकि यह हमारी उपलब्धि है।