1 अप्रैल 2020 को कोरोना काल के दौरान इस महामारी से लोगो की रोकथाम और इलाज उपलब्ध करवाने के लिये जब स्वास्थ्य विभाग को चिकित्सकों की आवश्यकता पड़ी इस दौरान आयुष विभाग ने बड़ी मात्रा में चिकित्सकों की भर्ती निकाली। कोरोना संक्रमण से निपटने की जिम्मेदारी इन्हें दे दी गई। लेकिन समय के साथ जैसे-जैसे कोरोना का प्रभाव कम होता जा रहा है। वैसे वैसे इनकी सेवाओं पर तलवार लटकती दिखाई दे रही है।
तभी तो बीते 4 महीने से लगातार 30-30 दिन के एक्सटेंशन पर इन चिकित्सकों की सेवाएं बढ़ाई जा रही है वहीं दूसरी और लगातार आयुष चिकित्सक इस बात की दुहाई दे रहे हैं कि उनके द्वारा बेहद कठिन दौर में फ्रंट पर रहते हुए काम किया गया है अतः विभाग में सैकड़ों पद खाली पड़े हैं उन्हीं पदों पर इनकी नियुक्ति कर दी जाए जिससे स्वास्थ्य सेवा का लाभ अंतिम छोर तक के व्यक्ति को मिल सके।