MP में सड़कों पर उतरा जैन समाज:सम्मेद शिखर जी तीर्थ को पर्यटन स्थल बनाने के विरोध में बाजार बंद

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झारखंड के गिरिडीह स्थित सम्मेद शिखर जी को पर्यटन स्थल बनाए जाने का नोटिफिकेशन जारी होने के बाद जैन समाज सड़कों पर उतर आया है। देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। आज इंदौर, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन, सागर, नर्मदापुरम, खंडवा के अलावा प्रदेश के दूसरे जिलों में भी बंद बुलाया गया है।

भोपाल में व्यापारी दोपहर 2 बजे तक दुकानें बंद रखेंगे। न्यू मार्केट, दस नंबर मार्केट, एमपी नगर, कोलार समेत पुराने शहर के ज्यादातर व्यापारियों ने दुकानें बंद रखने का फैसला लिया है। करोंद अनाज मंडी पूरे दिन बंद रहेगी। दोपहर में सकल जैन समाज मौन रैली भी निकालेगा।

भोपाल में 100 करोड़ रुपए का कारोबार प्रभावित होगा
भोपाल में सुबह से ही मार्केट बंद है। अधिकांश दुकानें बंद हैं। भोपाल किराना व्यापारी महासंघ के महासचिव अनुपम अग्रवाल ने बताया कि दोपहर तक बंद रखे जाने से अकेले भोपाल में ही करीब 100 करोड़ रुपए का कारोबार प्रभावित होने का अनुमान है। राजधानी के थोक किराना बाजार से आसपास के 100 किलोमीटर के दायरे में समान पहुंचाया जाता है। सुबह से समान नहीं जा रहा है।

प्रतिष्ठान बंद कर विरोध में रैली निकालेंगे

भोपाल व्यवसायी महासंघ के राकेश अग्रवाल ने कहा कि तीर्थ क्षेत्र तीर्थयात्रा के लिए होते हैं, जहां श्रद्धा भाव होता है। पर्यटन स्थल पर मनोरंजन का भाव रहता है। भोपाल ग्रेन एंड ऑयल सीड्स मर्चेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष हरीश कुमार ज्ञानचंदानी, प्रवक्ता संजीव कुमार जैन ने कहा कि सकल जैन समाज के प्रदर्शन को अनाज व्यापारियों का समर्थन है। भोपाल चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष तेजकुल पाल सिंह पाली ने कहा कि दोपहर 2 बजे तक सभी प्रतिष्ठान बंद रखकर रैली में शामिल होंगे। वैश्य महासम्मेलन मध्यप्रदेश के संभाग अध्यक्ष सूर्यकांत गुप्ता एवं जिलाध्यक्ष वरुण गुप्ता ने कहा कि जैन समाज के प्रदर्शन का समर्थन करते हैं। रैली में व्यापारी भी शामिल होंगे।

कमलनाथ ने झारखंड के CM को लिखा लेटर

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को लेटर लिखा है। कमलनाथ ने लिखा- सम्मेद शिखर जी से जैन समाज की अटूट आस्था जुड़ी हुई है। सरकार के इस फैसले से तीर्थ स्थल की स्वतंत्र, धार्मिक पहचान और पवित्रता नष्ट होने की संभावना है। फैसले पर पुनर्विचार करते हुए निर्णय को वापस लें।

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