कभी क्रिकेट पर ऑनलाइन सट्टा तो कभी अवैध शराब की खरीद-फरोक पर जारी पुलिस की कार्रवाई अब सूदखोरी पर आ गई है। सूदखोरी को लेकर लगातार मिल रही शिकायत के बाद पुलिस ने 13 जनवरी शुक्रवार को भरवेली क्षेत्र के अलग-अलग छह घरों में दबिश देकर पूछताछ की कार्रवाई की। सुबह-सुबह पुलिस बल को देखकर सूदखोर हैरान रह गए। पूछताछ के दौरान विवाद करने पर इन लोगों के खिलाफ धारा 151 के तहत मामला दर्ज किया गया।
पुलिस जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को नगर पुलिस अधीक्षक अंजुल अयंक मिश्रा के नेतृत्व में भरवेली थाना प्रभारी रविंद्र कुमार बारिया, कोतवाली थाना प्रभारी कमल सिंह गेहलोत, ग्रामीण थाना नवेगांव से उप निरीक्षक सहित पुलिस की छह टीम ने भरवेली, हीरापुर और आंवलाझरी में छह घरों में दबिश दी। आपको बता दें कि जिले के भरवेली क्षेत्र में लंबे समय से सूदखोरों द्वारा लोगों की मजबूरी का फायदा उठाते हुए नियम विरुद्घ तरीके से अधिक ब्याज पर पैसे दिए जाते हैं, जिसे लेकर जिला पुलिस ने दिसंबर माह में भी भरवेली क्षेत्र में कार्रवाई की थी। खबर है कि सूदखोरों द्वारा 15 से 25 प्रतिशत तक ब्याज में पैसे दिए जाते थे। इसी कार्रवाई को आगे बढ़ाते हुए पुलिस ने शुक्रवार को भरवेली निवासी करण सिल्हारे, रंजित ढवरे, रंजित सर्वहारी, हीरापुर निवासी धर्मंेद्र ब्रम्हे, आंवलाझरी निवासी पूर्व सरपंच भिषेक बनोटे और दिलीप उपवंशी के घर पहुंचकर सूदखोरी के संबंध में पूछताछ की, लेकिन इस दौरान इनके द्वारा कार्रवाई का विरोध करते हुए विवाद करने पर पुलिस ने पांच लोगों के खिलाफ धारा 151 के तहत वैद्यानिक कार्रवाई कर सभी को हिरासत में लिया है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, हिरासत में लिए गए हीरापुर निवासी धर्मंेद्र ब्रम्हे के घर सूदखोरी से संबंधित लाइसेंस और दस्तावेज की तलाशी के दौरान दो तलवार बरामद हुई है, जिसके बाद धर्मंेद्र ब्रम्हे के खिलाफ आम्र्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया और दोनों तलवार जब्त की गई है। हिरासत में लिए गए किसी भी व्यक्ति के पास सूदखोरी का लाइसेंस नहीं मिला है। आंवलाझरी में रहने वाले अभिषेक बनोटे के घर से एक लाइसेंस मिला है, लेकिन वह उसकी पत्नी के नाम पर है। नगर पुलिस अधीक्षक अंजुल अयंक मिश्रा ने बताया किपुलिस फिलहाल, सूदखोरी के संबंध में जब्त किए गए दस्तावेज खंगाल रही है। साथ ही सूदखोरों द्वारा जिन लोगों को ब्याज पर रकम दी गई है, उनसे भी पूछताछ कर रही है। अभिरक्षा में लिए सभी लोगों के खिलाफ वैद्यानिक कार्रवाई की जाएगी। साथ ही भिषेक बनोटे की पत्नी निर्मला के नाम जब्त लाइसेंस को निरस्तीकरण को लेकर भी आगे कार्रवाई की जा रही है। आपको बता दें कि सूदखोरी के शिकार कई लोग जनसुनवाई में अपनी समस्या लेकर आ चुके हैं। इसके अलावा पुलिस को लगातार मिल रही शिकायतों को ध्यान में रखते हुए ये कार्रवाई की गई है।