साउथ अफ्रीका में 30 जनवरी को ICC अंडर-19 T20 वुमन वर्ल्ड कप के फाइनल में इंग्लैंड को हराकर इतिहास रचने वाली इंडियन टीम की मेंबर सोनिया गुरुवार को रोहतक जिले में पड़ते अपने गांव ब्राह्मणवास पहुंची। दिल्ली एयरपोर्ट से अपने परिवार के साथ गांव के लिए निकली सोनिया के स्वागत के लिए लोग मकडोली टोल प्लाजा पर ही पहुंच गए। यहां सोनिया को फूलमलाएं पहनाने के बाद विजय जुलूस की शक्ल में उसे गांव के मंदिर लाया गया।
रास्ते में कई लोगों ने उसे नोटों की मालाएं पहनाईं। कई लोगों ने दूसरे सम्मान दिए। सोनिया के स्वागत के लिए गांव में खास समारोह रखा गया था। ग्रामीणों ने आतिशबाजी के साथ उसका स्वागत किया। जब विजय जुलूस गांव पहुंचा तो वहां सोनिया की मां सरोज ने आरती की थाली से अपनी बेटी का स्वागत किया। कई दिनों बाद मां को सामने देखकर सोनिया भी भावुक हो गई। दोनों की आंखें खुशी छलक उठीं।
मां के साथ की मजदूरी
सोनिया ने बताया कि उसे इस मुकाम पर पहुंचाने के लिए उसके परिवार ने कड़ी मेहनत की है। उसके पिता का देहांत हो चुका है लेकिन उसके कोच ने कभी पिता की कमी नहीं महसूस होनी दी। यहां तक पहुंचने के लिए उसने अपनी मां सरोज के साथ खेतों में मजदूरी तक की। परिवार के दृढ़ संकल्प की बदौलत ही वह टीम इंडिया का हिस्सा बन पाई।
सीनियर टीम का हिस्सा बनना अगला टारगेट
सोनिया ने बताया कि उसके पिता के निधन के बाद मां सरोज ने ही उसे पाला। मां ने बहुत परेशानियां उठाईं। उसे इस बात की खुशी है कि उसकी मां की मेहनत बेकार नहीं गई। अब उसका अगला टारगेट इंडिया की सीनियर वुमन टीम का हिस्सा बनना है। इसके लिए उसे जितना पसीना बहाना पड़ेगा, वह उसके लिए तैयार है।
सोनिया ने बताया कि क्रिकेट में उसके आइडल ऋषभ पंत हैं।