ग्राम को नशा मुक्त बनाने के लिए ग्राम पंचायत धरपीवाड़ा की महिलाओं के द्वारा नशा मुक्ति समिति का गठन कर ग्राम को नशा मुक्त बनाने का कार्य किया जा रहा है और गत दिवस जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, जिला आबकारी अधिकारी, थाना प्रभारी को ज्ञापन सौंपकर इस अभियान में सहयोग करने की अपील की गई थी परन्तु नशा मुक्ति समिति की महिलाओं को पुलिस के द्वारा सहयोग नही किया जा रहा है जिससे ग्रामीणजनों में पुलिस प्रशासन के प्रति आक्रोश व्याप्त है। ३ फरवरी को सरपंच संजय कटरे के साथ दर्जनों ग्रामीणजन तहसील कार्यालय पहुंचकर तहसीलदार रामबाबू देवांगन को कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपकर ग्राम को नशा मुक्त बनाने में प्रशासन का सहयोग करने की अपील की है एवं सहयोग नही मिलने पर धरना प्रदर्शन व चक्काजाम करने की शासन-प्रशासन को चेतावनी दी है। विदित हो कि ग्राम पंचायत धरपीवाड़ा में गत २९ जनवरी को तिरंगा रैली निकालकर महिलाओं के द्वारा ग्रामीणजनों को नशा के दुष्परिणामों के प्रति जागरूक कर ग्राम को नशा मुक्त बनाने का संकल्प लिया गया था जिसके बाद नशा मुक्ति समिति की महिलाओं के द्वारा शाम के समय ग्राम में भ्रमण कर शराब बेचने व पीकर विवाद करने वालों को समझाईश दी जा रही है कि शराब का विक्रेय न करें परन्तु उनके द्वारा अवैध रूप से शराब का विक्रेय किया जा रहा है साथ ही महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार कर रहे है जिससे ग्राम को नशा मुक्त बनाने का अभियान विफल हो रहा है और महिलाओं को खासा परेशानी हो रही है। जबकि पूर्व में नशा मुक्ति समिति व ग्रामीणजनों के द्वारा इस अभियान में पुलिस प्रशासन से सहयोग करने की अपील की गई थी परन्तु सहयोग नही किया जा रहा है जिससे पुलिस प्रशासन के प्रति ग्रामीणजनों में आक्रोश व्याप्त है। ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम में अवैध रूप से शराब का विक्रेय किया जा रहा है और ग्राम के युवा सहित अन्य उम्र के लोग शराब पीने के आदि हो गये है एवं शराब पीकर परिवार के लोगों के साथ विवाद करते है जिसके कारण परिवार के बच्चों के साथ ही घर की महिलाएं मानसिक रूप से परेशान है जिसका दुष्प्रभाव समाज पर पड़ रहा है इसलिए ग्राम को नशा मुक्त बनाने के लिए महिलाओं के द्वारा नशा मुक्ति समिति का गठन कर शाम के समय ग्र्राम का भ्रमण करते है इस दौरान जो शराब का विक्रेय कर रहे है उन्हे शराब विक्रेय न करने की बात कही जाती है तो उनके द्वारा उनके साथ अभद्र व्यवहार किया जा रहा है साथ ही धडल्ले से अवैध रूप से शराब का विक्रेय किया जा रहा है जिससे ग्राम का माहौल खराब हो रहा है एवं ग्राम को नशा मुक्त बनाने के लिए नशा मुक्ति समिति को सहयोग करने के लिए कलेक्टर, एसपी, जिला आबकारी अधिकारी, थाना प्रभारी को पूर्व में ज्ञापन भी सौंपा गया था परन्तु उनके द्वारा किसी भी तरह से कोई सहयोग नही किया जा रहा है जिससे ग्रामीणजनों में शासन-प्रशासन के प्रति आक्रोश व्याप्त है और ग्राम को नशा मुक्त बनाने के अभियान में महिलाओं को पुलिस प्रशासन के द्वारा सहयोग नही किया गया तो जल्द ही ग्रामीणजन धरना प्रदर्शन व चक्काजाम करने बाध्य होगें जिसकी जवाबदारी शासन-प्रशासन की होगी।