अमेरिका ने कराया था नॉर्ड स्ट्रीम गैस पाइपलाइन में ब्लास्ट:नाटो देशों के लिए खतरा थी जून में बनी रूस से आने वाली पाइपलाइन

0

अमेरिकी पत्रकार सीमोर हर्श ने सनसनीखेज दावा किया है। उन्होंने कहा है कि बाल्टिक सागर में नॉर्ड स्ट्रीम अंडरवाटर गैस पाइपलाइन को 26 सितंबर 2022 को अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन के इशारे पर गुप्त तरीके से उड़ाया गया था।

उन्होंने रिपोर्ट में कहा कि अंडरवाटर गैस पाइपलाइनों पर हुई बमबारी एक गुप्त ऑपरेशन के तहत नॉर्वे से सीआईए की ओर से की गई थी। तब गहरे समुद्र में अमेरिकी गोताखोरों ने उन पाइपलाइनों के आस पास बारूदी सुरंग बिछाकर धमाका किया था। हालांकि इन दावों से वाइट हाउस ने नकार दिया हैै। वाइट हाउस के प्रवक्ता एंड्रीन बेस्टर ने इस रिपोर्ट को झूठा बताया है।

बेस्टर ने कहा कि ये महज ख्याली बातें हैं। दूसरी ओर, पत्रकार सीमोर का दावा है कि पाइपलाइन को नाटो देशों के द्वारा खतरे के तौर पर देखा जा रहा था। नॉर्ड स्ट्रीम एक जर्मनी के लिए एक वरदान की तरह थी। इस वजह से जर्मनी को रूस से सस्ती कीमतों पर गैस सप्लाई की जा रही थी। हालांकि इस विस्फोट के लिए रूस को जिम्मेदार ठहराया गया था।

रिपोर्ट के मुताबिक इस पाइपलाइन को उड़ाने की योजना दिसंबर 2021 से ही चल रही थी। बेहद गुप्त तरीके से अमेरिकी नौसेना की तरफ से एक सबमरीन से निशाना बनाकर पाइपलाइन को ब्लास्ट करने का प्रस्ताव दिया गया था। वहीं, एयर फोर्स ने डिलेड फ्यूज के साथ बम गिराने का प्रस्ताव दिया था। जिसे दूर से सेट किया जा सकता था। बिना सबूत छोड़े इस पूरी प्लानिंग को अंजाम दिया गया था।

अंतरराष्ट्रीय जांच हो, प्रभावितों को मुआवजा मिले : रूस
रूसी संसद के अध्यक्ष व्याचेस्लाव वोलोडिन ने गुरुवार को कहा कि पत्रकार की रिपोर्ट की अंतरराष्ट्रीय स्तर जांच की जाए। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट के तथ्य जांच का आधार बनना चाहिए। साथ ही इस तरह के आतंकी कृत्य से प्रभावित देशों को मुआवजा मिले।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here