रीवा-इतवारी एक्सप्रेस में मां वैष्णो देवी के दर्शन करने मैहर जा रहे एक श्रद्धालु ट्रेन से गिरने से गंभीर रूप से घायल हो गया। 26 दिन 27 फरवरी की दरमियानी रात यह घटना जबलपुर रेलवे लाइन पर स्थित पादरीगंज से नैनपुर की बीच हुई। बाया पैर कटने से घायल श्रद्धालु हुकुमचंद पिता कोठन शरणागत 60 वर्ष ग्राम गर्रा थाना रामपायली निवासी को जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है।
जानकारी के मुताबिक हुकुमचंद शरणागत अपनी पत्नी श्रीमती भुनेश्वरी शरणागत के साथ खेती किसानी करते हैं और जिनके बच्चे नहीं हैं । 26 फरवरी को ग्राम गर्रा रामपायली के अलावा जाम, खमरिया ,कटेरा सहित अन्य ग्रामों के करीब 20 श्रद्धालु श्रद्धालुओं का जत्था मां वैष्णो देवी के दर्शन करने के लिए मैहर जाने बालाघाट रेलवे स्टेशन पहुंचा था जिसमें हुकुमचंद शरणागत उसकी पत्नी भुनेश्वरी और उसका साला यामसिह बोपचे ग्राम जाम थाना कटंगी शंकर लाल पटेल ग्राम खमरिया थाना कटंगी सहित अन्य लोग शामिल थे। रात्रि 11 बजे करीब इतवारी (नागपुर)से रीवा जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेन से सभी लोग मैहर जाने निकले थे। ट्रेन यात्रियों से खचाखच भरी हुई थी मैहर जाने वाले सभी श्रद्धालु खड़े-खड़े ही यात्रा कर रहे थे। जब यह ट्रेन बालाघाट से जबलपुर जाने के लिए निकली थी। सभी रात्रि 1:00 के करीब पालीगंज और नैनपुर के बीच ट्रेन में खड़े-खड़े सफर कर रहे हुकुमचंद हुकुमचंद शरणागत थूकने के लिए ट्रेन के गेट के पास आया और ट्रेन से बाहर थूकने के साथ ही वह फिसल कर नीचे गिर गया हुकम चंद को नीचे गिरते देख कुछ यात्री देखें इस दौरान ट्रेन नैनपुर स्टेशन पहुंच चुकी थी। हुकुमचंद के ट्रेन में नहीं दिखने पर उसकी की पत्नी भुनेश्वरी शरणागत, साले यामनसिह बोपचे सहित अन्य श्रद्धालुओं ने नैनपुर स्टेशन में पुलिस सहित अन्य रेलवे कर्मचारियों को बताया यह सुनते ही रेलवे पुलिस ट्रेन से गिरे हुकुमचन्द शरणागत को खोजने के लिए निकली। नैनपुर रेलवे स्टेशन से करीब डेढ़ से 2 किलोमीटर दूर हुकुमचंद शरणागत रेलवे लाइन के किनारे घायल हालत में पड़ा हुआ दिखा इसका बाया पैर कट कर अलग हो चुका था गंभीर रूप से घायल हुकुमचंद शरणागत को एंबुलेंस से नैनपुर लाकर वहां की हॉस्पिटल में भर्ती किया गया जहां से उसे जिला अस्पताल बालाघाट रिफर किया गया है। जिला अस्पताल में हुकुमचंद शरणागत की स्थिति को देखते हुए उसे मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया।
थूकने के लिए गेट के पास गए थे-यामन सिह बोपचे
यामनसिंह बोपचे ग्राम जाम निवासी ने बताया कि घायल व्यक्ति उनका जीजा है।हम 20 लोग ट्रेन मैहर जा रहे थे। नैनपुर के पास उनका जीजा थूकने के लिए गेट के पास गया और कैसे गिरा उन्हें पता नही। जिसके बाद डिब्बे में उनका जीजा दिखा नहीं ।उसी समय स्टेशन भी आ गया था वहां पर पुलिस वालों को बताएं जिन्होंने हुकुमचंद शरणागत को खोज कर एंबुलेंस से नैनपुर अस्पताल में लाकर भर्ती किए जहां से उसके जीजा को जिला अस्पताल बालाघाट लाकर भर्ती किया गया है।