नेपाल में आज प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड का फ्लोर टेस्ट है। गठबंधन की सरकार बनने के 3 महीने बाद ही उनका साथ दे रही दूसरी पार्टियां पीछे हट गई हैं। इसके बाद उन्हें आज हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में बहुमत साबित करना है। इसके लिए उन्हें 138 सांसदों के समर्थन की जरूरत है। प्रचंड की पार्टी CPN के पास फिलहाल 32 सीटें हैं।
दरअसल, प्रचंड ने केपी ओली की पार्टी CPN-UML के साथ ही कई और छोटों दलों को मिलाकर सरकार बनाई थी। राष्ट्रपति चुनाव के दौरान प्रचंड ने ओली की जगह नेपाल कांग्रेस के उम्मीदवार को समर्थन दिया। इससे ओली नाराज हो गए और उन्होंने गठबंधन तोड़ दिया।
नेपाली कांग्रेस ने साथ देने का फैसला किया
संसद से बाहर आते वक्त प्रचंड ने कहा- पिछले फ्लोर टेस्ट में मुझे 99% वोट मिले थे। इस बार मुझे 100% वोट मिलने की उम्मीद है। वहीं शेर बहादुर देउबा की पार्टी नेपाल कांग्रेस ने प्रचंड का साथ देने का फैसला किया है। पार्टी ने रविवार को ही बैठक बुलाकर अपने सांसदों को प्रचंड के पक्ष में मतदान करने के लिए व्हिप जारी कर दिया। इसके अलावा 9 और छोटी पार्टियां भी प्रचंड का साथ दे सकती हैं। राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान से पहले नेपाली कांग्रेस, राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी (RSP), CPN-US और लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी (LSP) ने दहल को वोट देने की घोषणा की थी।