चीन की सेना ने तीसरे दिन ताइवान को चारों ओर से घेरकर लाइव फायर ड्रिल शुरू कर दी है। चीन के फाइटर जेट ने ताइवान के ऊपर हमले का अभ्यास किया है। इसमें चीन का शांडोंग एयरक्राफ्ट कैरियर भी शामिल है। इस बीच अमेरिकी नौसेना ने भी मिसाइलों से लैस डेस्ट्रायर को दक्षिण चीन सागर के उस हिस्से से भेजा है जिस पर ड्रैगन दावा करता है। दरअसल, चीन ताइवान की राष्ट्रपति त्साई इंग वेन की अमेरिका यात्रा से भड़का हुआ है और लाइव फायर ड्रिल करके डराने की कोशिश कर रहा है।
चीनी सेना के पूर्वी थिएटर कमांड ने एक बयान जारी करके कहा कि H-6K फाइटर्स ने कई बार बारूद की बारिश की। इस दौरान ताइवान के विभिन्न लक्ष्यों को तबाह करने के लिए कई बार हवाई अभ्यास किया। इस बीच ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने भी कहा है कि उसने चीन के 70 फाइटर जेट और 11 युद्धपोतों को डिटेक्ट किया है। ताइवान ने कहा कि हमारे युद्धपोत, फाइटर जेट और जमीन आधारित मिसाइलें इस तरह की गतिविधियों का करारा जवाब देने के लिए तैयार हैं।
चीन की चाल से जापान भी अलर्ट
ताइवान ने कहा कि उसने पाया है कि 35 फाइटर जेट ने ताइवान स्ट्रेट में मिडियन लाइन को पार किया है। चीन ने इस तीन दिन तक चलने वाले सैन्य अभियान को ‘जाइंट स्वार्ड’ नाम दिया है। इसके जरिए चीन ने ताइवान की चारों ओर से घेरेबंदी की है। चीन ताइवान को अपना बताता है और धमकी दी है कि अगर जरूरी हुआ तो वह ताकत के बल पर इस द्वीप पर कब्जा कर लेगा। चीन की सेना ने कहा कि इस अभ्यास में ताइवान को चारों ओर से सील करने की प्रैक्टिस की गई है।
चीन की सरकारी मीडिया ने कहा कि सेना ने कई तरफ से ताइवान को ब्लॉक करने का अभ्यास किया है। ताइवान की सरकार ने इस अभ्यास की निंदा की है और अमेरिका ने चीन से अनुरोध किया है कि वह संयम बरते। वहीं जापान ने भी कहा है कि वह पूरे घटनाक्रम पर करीबी नजर रखे हुए है। चीन जापान के ओकिनावा द्वीप समूह के पास भी अभ्यास कर रहा है। जापान ने कहा है कि ताइवान स्ट्रेट में शांति और स्थिरता जापान और पूरी दुनिया की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है। जापान से मात्र 230 किमी की दूरी पर चीन के कई युद्धपोत तैनात हैं।