खैरलांजी अंतर्गत ग्राम कुम्हली में शनिवार को जिला राजपूत छत्रिय सभा कुम्हली खैरलांजी के तत्वाधान में वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप जी की जयंती समारोह एवं सामाजिक मिलन समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम जिला पंचायत बालाघाट अध्यक्ष सम्राट सिंह सरस्वार, नगर पालिका अध्यक्ष बालाघाट श्रीमती भारती सुरजीत सिंह ठाकुर, जनपद सदस्य वारासिवनी जितेंद्र सिंह राजपूत, पूर्व जनपद सदस्य वारासिवनी डॉ प्रमोद बाटे के मुख्य आतिथ्य राजपूत क्षत्रिय सभा जिला अध्यक्ष ठाकुर संजय सिंह कछवाहा की अध्यक्षता में प्रारंभ किया गया। जिसमें सर्वप्रथम वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप जी के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर माल्यार्पण किया गया। तत्पश्चात उपस्थित अतिथियों के द्वारा समाज को सकारात्मक संदेश देते हुए प्रगति करने आगे बढ़ने और समाज को बढ़ाने की बात कही गई। वही आने वाली पीढ़ी को क्षत्रिय राजाओं के इतिहास के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया। एवं वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप के जीवन पर प्रकाश डालकर उनकी स्मृतियां याद की गई। इस अवसर पर बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।
भव्य रैली का हुआ आयोजन
वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप जी की जयंती समारोह के अवसर पर भव्य रैली निकाली गई। जिसमें बड़ी संख्या में स्वजातीय बंधु शामिल हुए। यह रैली ने ग्राम के विभिन्न चौक चौराहों और गलियों का भ्रमण किया जो कार्यक्रम स्थल गांधी चौक से निकाली गई और पूरे ग्राम का भ्रमण कर वापस कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे। इस दौरान पूरा ग्राम जय भवानी जय राजपूताना के उद्घोष से गुंजायमान हो उठा। इस रैली में आकर्षण का केंद्र शस्त्र प्रदर्शन रहा जिसमें पुरुषों के साथ महिलाओं ने भी शस्त्र प्रदर्शन किया।
यह रहे मौजूद
इस अवसर पर राजपूत समाज गोंदिया जिलाअध्यक्ष इंदल सिंह राठौर, राजपूत समाज सामूहिक विवाह समिति गोंदिया पूर्व अध्यक्ष राम प्रसाद सिंह पंडेले, राजपूत समाज गोंदिया सचिव दिलीप सिंह मुंडेलें, राजपूत समाज गोंदिया कोषाध्यक्ष खेमसिंह सोलंकी, करणी सेना गोंदिया अध्यक्ष प्रताप सिंह जरवार, राजपूत समाज गोंदिया महिला अध्यक्ष श्रीमती प्रेमलता राधेश्याम सिंह जातपेले, राजपूत समाज गोंदिया ग्रामीण अध्यक्ष तिलक सिंह परमार, सदस्य कबीर सिंह बैंस, राजपूत समाज संगठन पारडी नागपुर अध्यक्ष विश्वजीत सिंह मुंडेले, राजपूत समाज भानपुर मंडल अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह राजपूत, सदस्य शलभ सिंह बैस, शंकर सिंह जातपेले, मोतीराम परिहार सहित अन्य पदाधिकारी सदस्य व राजपूत समाज संगठन ग्राम कुम्हली पदाधिकारी सदस्य वह स्वजातीय गण बड़ी संख्या में मौजूद रहे।