भादूकोटा की घटना के बाद पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कथा में आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन पर तंज,

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23 एवं 24 मई को हुई परसवाड़ा विधानसभा क्षेत्र की भादूकोटा में वनवासी राम कथा कार्यक्रम में अंतिम दिन 24 मई को बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के सुरक्षाकर्मियों द्वारा आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन को स्टेज पर नहीं चढ़ने दिया था और धक्का-मुक्की करने की बात सोशल मीडिया और मीडिया जगत में तेजी से फैली थी उसके बाद मामला जैसे तैसे शांत हुआ था और आयोग अध्यक्ष द्वारा अपने स्पष्टीकरण में यह कहा भी गया था कि उनके साथ हुई धक्का-मुक्की नहीं हुई है तभी 2 जून को देर रात बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री द्वारा अपनी कथा के दौरान आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन पर कटाक्ष करते हुए आयोग अध्यक्ष बने टिप्पणी की गई

बीते दिनों 23 एवं 24 मई को परसवाड़ा क्षेत्र के ग्राम भादू कोटा में वनवासी राम कथा का आयोजन बागेश्वर धाम के पंडित धीरेन शास्त्री द्वारा किया गया था जिसमें अंतिम दिन दिव्य दरबार के चलते आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन स्टेज पर जाने की कोशिश करते हैं तभी पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के सुरक्षाकर्मी द्वारा आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन को स्टेज पर जाने से रोक दिया जाता है और आयोग अध्यक्ष के साथ धक्का-मुक्की की जाती है जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर बहुत तेजी से वायरल होता है इस वीडियो में भाजपा नेत्री मौसम हरिनखेडे के द्वारा उक्त पूरी घटना को देखकर आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन से वहां से चलने के लिए कहती हैं और आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर विशेष कार्यक्रम को छोड़कर वहां से चले जाते हैं जिसका वीडियो लोगों द्वारा बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया जाता है उसके दूसरे ही दिन आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन द्वारा उक्त पूरी घटना का खंडन करते हुए अपने वीडियो में यह बयान दिया जाता है कि उनके द्वारा पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के सुरक्षाकर्मियों द्वारा किसी प्रकार का कोई विवाद नहीं हुआ किसी ने उनके साथ धक्का-मुक्की नहीं की और ऐसी कोई घटना स्टेज पर नहीं घटी है और यह मामला अभी जैसे तैसे शांत हुआ ही था
पुराना वीडियो खोले + कुछ नही हुआ भाऊ का ………………….

बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा गुजरात के सूरत में चल रही होती है जिसमें पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री द्वारा अपने कथा के दौरान गुजरात में बालाघाट जिले के भादूकोटा ग्राम की यह घटना का वर्णन करते हुए आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर विषय पर कटाक्ष किया जाता है और अपने कथा में आयोग अध्यक्ष को यह कहा जाता है कि एक बार उनकी कथा में एक मंत्री आए थे और उनके यहां धक्का-मुक्की फ्री है यह कहते हुए कहा कि वह उन मंत्री का नाम नहीं लेंगे क्योंकि यदि वह उनका नाम लेंगे तो उनकी बदनाम हो जाएगी इसलिए वह मंत्री का नाम नहीं ले,और वह कहने लगे कि उन्हें धक्का लगा और उनसे चाय पीने के दौरान यह बताया गया कि उनके सुरक्षाकर्मी के द्वारा उन्हें धक्का दिया गया और वह मुझे जानते नहीं है वह कौन है और उन्होंने यह बताया कि वह 7 बार के विधायक हैं आज तक हारे नहीं और अपने विषय में बहुत कुछ बताते हुए उन्होंने भी कह दिया कि यह तो बहुत बड़ी गलत बात हो गई भले ही पब्लिक को धक्का दे सकते थे आप को धक्का कैसे दे दिया और आप को धक्का नहीं लगना चाहिए था जनता को धक्का लग जाए चलता है पर नेता को धक्का नहीं लगना चाहिए चाय पीकर हुई उसके बाद उन्होंने कहा कि सुनिए नेताजी इस पूरे ब्रह्मांड में अनेक ब्रह्मांड है अनेक ब्रह्मांड में यह भी एक ब्रह्मांड है और इस ब्रह्मांड में पृथ्वी है और इस पृथ्वी में 195 से ज्यादा देश हैं और एक देश में लगभग 8 अरब से ज्यादा जनसंख्या रहती , पृथ्वी में देश, देश में प्रदेश और प्रदेश में जिला और जिले में संख्या संख्या के बाद गांव और गांव में उनकी संख्या गिनाते हुए उनकी स्थिति बताया और उन्होंने कहा कि आदमी की इससे ज्यादा कोई अहमियत नहीं है और इंसान को लगता है कि उनके सामने कोई नहीं है लेकिन उनके बाद उन्होंने भगवान की महिमा का गुणगान करते हुए कहा कि भगवान के सामने इंसान बहुत छोटा है

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