रायपुर नगर निगम मांग रहा टैक्स, जनता सुना रही कोरोना का रोना

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रायपुर नगर निगम को राजस्व वसूली में पसीना छूट रहा है। कर्मचारियों की कमी की वजह से राजस्व वसूली का लक्ष्य हासिल करने में परेशानी हो रही है। किसी तरह अभियान चलाया जा रहा है तो करदाता अपना ही दुखड़ा सुना रहे हैं। कोई शहर से बाहर होने की बात कह रहा है तो कोई कर जमा करने की जानकारी से खुद को अनभिज्ञ बता रहा है। कोई कोरोना का रोना रो रहा है। निगम को इस बार राजस्व वसूली का 131 करोड़ का लक्ष्य मिला है, लेकिन अभी तक सिर्फ 50 करोड़ रुपये ही राजस्व की वसूली हो सकी है। राजस्व वसूली के लिए निगम के पास पर्याप्त मात्रा में बल नहीं है। इस कारण वसूली नहीं हो पा रही है। वहीं राजधानी में हजारों की संख्या में ऐसे घर हैं, जिन्होंने अभी तक नामांतरण नहीं कराया है।

निगम के राजस्व विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस साल का जो लक्ष्य मिला है, उसे पूरा करने की कोशिश की जा रही है। ज्ञात हो कि राजधानी में जीआएस सर्वे के मुताबिक राजधानी में कुल 15 लाख आबादी है। इनमें से दो लाख 77 हजार घरों से संपत्ति कर वसूल करना है। निगम को पिछले साल दिसंबर तक कुल 117 करोड़ रुपये का राजस्व वसूल करने का टारगेट मिला था, जिसमें निगम सिर्फ 98 करोड़ रुपये ही राजस्व की वसूली कर सका। इस साल निगम को 131 करोड़ रुपये का लक्ष्य दिया गया है। निगम अभी तक 35 प्रतिशत ही वसूली कर सका है। निगम का कहना है कि मार्च के अंतिम सप्ताह तक अधिक वसूली होती है।

मल्टी स्टोरी में रहने वाले नहीं दे रहे राजस्व

निगम के अधिकारी ने बताया कि राजस्व वसूली के लिए कुल 241 पदों की स्वीकृति मिली है, लेकिन वर्तमान में सिर्फ 117 कर्मचारी हैं। 124 पद रिक्त हैं। कर्मचारियों की कमी वसूली में अड़चन पैदा कर रही है। वहीं निगम क्षेत्र में बहुत सी मल्टी स्टोरी बन गई है। लोग वहां मकान तो ले लिए हैं, लेकिन निगम राजस्व जमा करने की जानकारी तक उन्हें नहीं है, इसलिए कर्मचारी उनको तलाश कर रहे हैं। नामांतरण करने का काम कर रहे हैं। ऐसे में राजस्व वसूली में दि-त आ रही है।

कुछ बस गए दूसरे शहरों में

राजस्व विभाग के अधिकारी-कर्मचारी का कहना है कि इस साल सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि कई मकान मालिक अन्य शहरों बस गए हैं। ऐसे में उनसे किसी तरह संपर्क किया जा रहा है। वे दो से तीन महीने का वक्त मांग रहे हैं। यहां तक संबंधित को आनलाइन भुगतान करने के लिए राजी कर रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि इसके अलावा कई ऐसे लोग हैं, जो कोरोना का हलावा देकर राजस्व राशि जमा करने के लिए आनाकानी कर रहे हैं।

मंगलवार को इतनी राजस्व वसूली

मंगलवार को नगर निगम के जोन क्रमांक एक की राजस्व विभाग की टीम ने 94 करदाताओं से 4 लाख 63 हजार 914 रुपये, जोन दो ने 61 करदाताओं से 7 लाख 60 हजार 886 रुपये, जोन 3 ने 37 करदाताओं से 5 लाख 33 हजार 620 रुपये, जोन चार ने 80 करदाताओं से 8 लाख 34 हजार 893 रुपये, जोन पांच ने 102 करदाताओं से 5 लाख 12 हजार 463 रुपये, जोन छह की टीम ने 112 करदाताओं से 9 लाख 56 हजार 154 रुपये, जोन सात की टीम ने 48 करदाताओं से 5 लाख 63 हजार 367 रुपये, जोन आठ ने 102 करदाताओं से 4 लाख 91 हजार 780 रुपये, जोन नौ की टीम ने 100 करदाताओं से 15 लाख 31 हजार 509 रुपये और जोन 10 की राजस्व विभाग की टीम ने 114 करदाताओं से 4 लाख 18 हजार 399 रुपये का राजस्व वसूल किया है।

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