कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार के दो बड़े फैसले पलट दिए हैं। इसके तहत धर्मांतरण विरोधी कानून वापस लिया जाएगा। साथ ही स्कूल टेक्स्टबुक के सिलेबस आरएसएस संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार का अध्याय हटाया जाएगा। यह भी चर्चा है कि इसके बाद सिद्धारमैया सरकार गोहत्या निरोधक कानून के सख्त प्रावधानों को भी हल्का कर सकती है।
कर्नाटक के शिक्षा मंत्री मधु बंगारप्पा ने बताया, ‘हेडगेवार पर स्कूल सिलेबस में जो दिया गया था, उसे हटा दिया गया है। पिछले सरकार ने बीते साल जो भी बदलाव किए थे, उन्हें वापस लिया गया है। अब वही पढ़ाई होगी, जो पहले होती थी।’
इंदिरा के नाम नेहरू के पत्र शामिल होंगे
कैबिनेट की बैठक में यह भी फैसला किया गया कि सावित्रीबाई फुले, इंदिरा गांधी को लिखे गए नेहरू के पत्रों और बी आर आंबेडकर पर कविता को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा। कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणापत्र में वादा किया था कि वह स्कूली पाठ्यपुस्तकों में बीजेपी सरकार की तरफ से किए गए बदलावों को हटा देगी। कांग्रेस ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) को भी खत्म करने का वादा किया था।
कानून और संसदीय मामलों के मंत्री एच के पाटिल ने कैबिनेट की बैठक के बाद कहा, ‘पाठ्यपुस्तकों में संशोधन के संबंध में, कैबिनेट ने विभाग द्वारा लाए गए प्रस्ताव पर चर्चा की और अपनी मंजूरी दे दी…।’ प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा मंत्री मधु बंगारप्पा ने कहा कि कांग्रेस ने पाठ्य पुस्तकों में संशोधन करने का वादा किया था और मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने इस संबंध में लगातार मार्गदर्शन किया है।