दक्षिण सामान्य वन मंडल वन परीक्षेत्र कार्यालय वारासिवनी द्वारा नगर के 2 स्थानों से रेस्क्यू कर तीन वानरों को घायल अवस्था में उनका उपचार करवाकर जबलपुर रेफर किया गया था। जहाँ दो वानरों की उपचार के दौरान मौत हो गई। जिस पर वन विभाग के द्वारा 29 जून को वन परीक्षेत्र कार्यालय वारासिवनी में उक्त वानरों नष्ट करने की कार्यवाही की गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार वन विभाग को नगर के अंकुर रुसिया एवं वार्ड नंबर 8 निवासी असफिया कुरैशी के निवास पर विद्युत करंट से वानर घायल होने की सूचना अलग-अलग समय में प्राप्त हुई थी। जिस पर वन विभाग के अमले के द्वारा तत्काल मौके पर पहुंचकर दोनों वानरों का रेस्क्यू किया गया। जिसमें पहले अंकुर रुसिया के निवास पर पहुंचकर तीसरी मंजिल पर लहूलुहान नर वानर का कड़ी मशक्कत कल रेस्क्यू किया गया। जिसके बाद असफिया कुरैशी के निवास से मादा वानर को उसके बच्चे के साथ रेस्क्यू किया गया। जिसमें दोनों वानरों को स्थानीय पशु चिकित्सालय वारासिवनी में लाकर उपचार कराया गया। जहां पर पशु चिकित्सकों के द्वारा दोनों वानरों का प्राथमिक उपचार कर उन्हें वाइल्ड लाइफ मेडिकल कॉलेज जबलपुर रेफर कर दिया गया। जिस पर वन विभाग के द्वारा एक पशु चिकित्सक की उपस्थिति में वन अमले के द्वारा दोनों घायल वानरों को जबलपुर ले जाया गया जहां पर उक्त दोनों वानरों की उपचार के दौरान मौत हो गई। जिस पर उनका पोस्टमार्टम कर वानर वन विभाग वारासिवनी को सुपुर्द कर दिया गया। जिन्होंने दोनों वानरों को वन परिक्षेत्र कार्यालय वारासिवनी में लेकर आए जहां पर विधिवत पंचनामा कार्यवाही का वन विभाग के एसडीओ की उपस्थिति में उन्हें नष्ट किया गया। इस अवसर पर वन विभाग एसडीओ बीआर सिरसाम वन परीक्षेत्र अधिकारी छत्रपाल सिंह जादौन वन परिक्षेत्र सहायक भूपेंद्र वासनिक वनपाल ताराचंद डोंगरे वनरक्षक भवानी बिसेन सहित अन्य वन अमला मौजूद रहा।