कभी भी डह सकता है पंढरापानी से मुरलीखाम पहुंच मार्ग पर बना कच्चा पुल

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नगर मुख्यालय से सटी ग्राम पंचायत औल्याकन्हार के अंतर्गत आने वाले ग्राम मुरलीखाम से पंढरापानी पहुंच मार्ग पर स्थित पुल पिछले वर्ष हुई तेज बारिश में डह (क्षतिग्रस्त) हो गया था जिससे आधा दर्जन ग्रामों का संपर्क टूट चुका था। जिसके बाद प्रशासन के द्वारा पक्का मरम्मत कार्य न करवाते हुए वैकल्पिक व्यवस्था के तहत मिट्टी डालकर आवागमन के योग्य बना दिया गया था परंतु गत तीन दिनों से क्षेत्र में हो रही रूक-रूक की बारिश में पुल के पास से मिट्टी का कटाव प्रारंभ हो चुका है, अगर तेज बारिश एवं नाले में बाढ़ आने पर पुरी तरह से बह जायेगा और फिर से वह मार्ग पूर्व की तरह ही बंद हो जायेगा जिससे मुरलीखाम एवं पंढरापानी सहित अन्य ग्रामों का संपर्क टूट जायेगा जिससे किसानों, ग्रामीणों एवं स्कूली बच्चों को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। वहीं दूसरी ओर वर्तमान में कृषि कार्य जारी है और पंढरापानी के किसानों की खेती मुरलीखाम एवं मुरलीखाम के किसानों की खेती पंढरापानी में है अगर पुल क्षतिग्रस्त हो गया तो कृषि कार्य भी प्रभावित हो सकता है। आपकों बता दे कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क विभाग के द्वारा विगत वर्षों पूर्व मुरलीखाम एवं पंढरापानी पहुंच मार्ग का निर्माण के साथ ही पुल का निर्माण किया गया था परन्तु पुल का निर्माण गुणवत्तापूर्ण नही किया गया था जिसके कारण पिछले वर्ष हुई तेेज बारिश में पुल क्षतिग्रस्त हो गया था और पुल क्षतिग्रस्त हुए एक वर्ष बित जाने के बाद भी वर्तमान समय तक पुल का नवीन निर्माण प्रशासन के द्वारा नही किया गया है बल्कि वैकल्पिक व्यवस्था के तहत क्षतिग्रस्त पुल के स्थान पर मिट्टी डालकर आवागमन के लिए बनाया गया था परन्तु गत दिवस से हो रही बारिश के कारण मिट्टी का कटाव होने लगा है और तेज बारिश में अस्थाई रूप से बनाया गया पुल बह जायेगा। मिट्टी के कटाव होने से मार्ग से चौपहिया वाहनों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है परन्तु दुपहिया एवं पैदल चलने वाले लोग जान जोखिम में डालकर आवागमन कर रहे है क्योंकि मिट्टी का कटाव होने से अगर उक्त स्थान से गुजरते है तो अनियंत्रित होकर नाले के नीचे गिर सकते है जिससे बड़ा हादसा घटित हो सकता है। ग्रामीणजनों ने शासन-प्रशासन से मुरलीखाम से पंढरापानी पहुंच मार्ग पर बने पुल का नवीन निर्माण करवाने की मांग की है।

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