ग्रामीणों को ग्राम स्तर पर ही बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग के द्वारा उप स्वास्थ्य केंद्रों का निर्माण कराया गया है। जहां पर सर्व सुविधा युक्त भवन निर्माण कराया जा रहा है ऐसे में कुछ भवनों में ठेकेदारों के द्वारा घटिया निर्माण देखने में आ रहा है जिस पर ग्रामीणों के द्वारा कार्य का विरोध किया जा रहा है। इसी कड़ी में नगर मुख्यालय से लगी ग्राम पंचायत सिकंद्रा में उपस्वास्थ्य केंद्र पर निर्माण कार्य में भारी अनियमितता बरती गई है। जिसके लिए ग्रामीणों के द्वारा निर्माण एजेंसी पर आक्रोश व्यक्त करते हुए उक्त कार्य को पुनः व्यवस्थित रूप से कराए जाने की मांग विभाग से की जा रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार सिकंद्रा उप स्वास्थ्य केंद्र का जीर्णोद्धार कार्य किया जा रहा है। जिसमें केंद्र में कार्य अंतिम दौर पर बताया जा रहा है जिसमे बाउंड्रीवॉल, परिसर में चेकर, पूरे भवन का प्लास्टर, टाइल्स, शौचालय, खिड़की, दरवाजे का समस्त प्रकार से जीर्णोद्धार होना था जिसमें भोपाल स्तर से निविदा जारी का टेंडर दिया गया। जिसमें ठेकेदार के द्वारा 15 दिवस के अंतराल में मजदूरों सहित कर उक्त स्थान पर रहकर कार्य कराया जाता है। जहां पर बीते 15 दिवस पहले ही अस्पताल परिसर में बाउंड्रीवॉल, परिसर में चेकर, पूरे भवन का प्लास्टर, टाइल्स, शौचालय, खिड़की, दरवाजे का कार्य किया गया है जिसमे चेकर अव्यवस्थित रूप से लगाए गये है ऐसे में अनेक चेकर टूट गए जिसमें सीमेंट का मसाला भर दिया गया है। वही अंदर टाइल्स भी टूट गई है, खिड़की दरवाजे पुराने ही लगा दिए गए हैं, भवन को केवल रंग रोगन किया गया है और उक्त कार्य में भारी अनियमितता बरती गई है ऐसा आरोप ग्रामीणों के द्वारा निर्माण एजेंसी पर लगाते हुए स्वास्थ्य विभाग से उप स्वास्थ्य केंद्र का पुनः व्यवस्थित रूप से कार्य करवाए जाने की मांग जिला स्वास्थ्य विभाग से की गई है।
ग्राम सरपंच कन्हैया खैरवार ने पदमेश से चर्चा में बताया कि हमारे ग्राम का उप स्वास्थ्य केंद्र है इसका जीर्णोद्धार किया जा रहा है जहां पर काम व्यवस्थित रूप से नहीं हो रहा है ना ही कार्य में किसी प्रकार की सफाई है पूरे बेकार तरीके से कार्य किया जा रहा है। 15 दिवस कार्य किए हुए हैं टाइल्स और चेकर टूट-फूट हो गए अव्यवस्थित रूप से चेकर लगाया गया है जिसकी रेखा नहीं मिल पा रही है। जो मैटेरियल का उपयोग कार्य एजेंसी ने किया है वह बिल्कुल गलत है। श्री खैरवार ने बताया कि चेकर दुय्यम दर्जे का माल है पूरी फिटिंग खराब की है जगह-जगह गेफ बने हैं जिसमें सीमेंट भरी हुई है चेकर फूट गए हैं। जिसकी शिकायत हमारे द्वारा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को की गई है हम चाहते हैं कि काम अच्छा हो टिकाऊ हो और मजबूती के साथ कार्य करे जिससे कि लंबे समय तक उस कार्य का लाभ मिल सके। जब केंद्र ही आस्वस्थ होगा तो इलाज कैसा होगा पता नहीं।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता उमला राजपूत ने कहा कि यहां जीर्णोद्धार का कार्य किया जा रहा है वह बिल्कुल सही नहीं हो रहा है टाइल्स अभी हमारे देखते में लगी है और लोगों ने इस पर चलना फिरना भी प्रारंभ नहीं किया और यह टूट गई है अंदर भी पूरी यही स्थिति है। ना दरवाजे बदले नाही व्यवस्थित रूप से मरम्मत की गई आनन-फानन में कार्य किया गया है अभी इनका कार्य खत्म नहीं हुआ है। श्रीमती राजपूत ने बताया कि अंदर में पंखा बंद है पुराने दरवाजे है बैठने की बहुत ज्यादा समस्या है शौचालय भी नहीं बना है और ठेकेदार सब बनाकर दूँगा कहता है अभी जितना भी काम हुआ है वह खराब काम हुआ तो आगे और कैसा करेगा पता नहीं।
धनेंद्र खैरवार ने बताया कि उप स्वास्थ्य केंद्र मेरे घर के सामने हैं जहां पर ठेकेदार के द्वारा व्यवस्थित रूप से नियम अनुरूप कार्य नहीं किया जा रहा है पूरा काम बेकार है थर्ड क्लास कार्य किया जा रहा है। मरीज यहां आते हैं तो ना बैठने की व्यवस्था है ना पानी पीने की व्यवस्था है कोई व्यवस्था नहीं है ऐसे में मरीज परेशान होते रहते हैं। श्री खैरवार ने बताया कि बाहर की जो टाइल्स है वह टूट गई है। ठेकेदार के मजदूर जब काम कर रहे थे तो उन्हें हमारे यहां की आशा कार्यकर्ता ने कहा कि व्यवस्थित रूप से काम करो हमने भी अपने मकान बनाए हैं तो उक्त मजदूरों के द्वारा आशा कार्यकर्ता के साथ विवाद किया गया और मारपीट तक बात आ गई थी। शासकीय पैसा मतलब हमारा पैसा और इसका अच्छे से उपयोग होना चाहिए जो खराब हो रहा है उस पर हम कुछ भी नहीं पा रहे हैं 15 दिन पहले यह काम हुआ है जो आज देखने में गंदा लग रहा है। समतल रखने का कोई नाम नहीं है एक टाइल्स ऊपर तो दूसरे टाइल्स नीचे लगी हुई है यह पूरा कार्य फिर से किया जाना चाहिए।
इनका कहना है
शिकायत पर मेरे द्वारा स्वयं उपस्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया गया था जहां पर कार्य में लापरवाही बरती गई है और खराब कार्य हुआ है जिस के संबंध में शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों को की गई है। ठेकेदार स्थानीय स्तर से नहीं है भोपाल स्तर का मामला है।
डॉ कमलेश झोड़े बीएमओ
शासकीय सिविल अस्पताल वारासिवनी
दूरभाष पर चर्चा में बताया कि इसके संबंध में मुझे जानकारी लगी है जिस पर स्वास्थ्य विभाग के सब इंजीनियर को निर्देशित किया गया है कि वह उक्त उप स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण कर कार्यों का मूल्यांकन करने के उपरांत रिपोर्ट तैयार कर भेजें जिस पर उचित कार्यवाही की जायेगी।
डॉ मनोज पांडे
सीएचएमओ बालाघाट