नगर मुख्यालय के बालाघाट-सिवनी हाईवे मार्ग के बस स्टैण्ड व आसपास के होटल व अन्य दुकानों का गंदा पानी की निकासी की व्यवस्था नही होने के कारण गंदा पानी रोड़ के ऊपर से बह रहा है जिसकी दुर्गंधसे स्थानीय दुकानदार व राहगीरों को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और रक्षाबंधन पर्व पर बस स्टैण्ड स्थित अन्य स्थानों पर लगी राखी, फल व बस का इंतजार रह रहे लोगों को गंदे पानी की बदबू आने के कारण मुंह में रूमाल बांधकर खड़े रहना पड़ रहा है। साथ ही दुपहिया व चौहपिया वाहन के गुजरते समय गंदे पानी की छिटे भी लोगों को लग रहे है एवं गंदी दुर्गध आने से सभी परेशान है और विभिन्न प्रकार की बीमारी होने का डर लोगों को सता रहा है परन्तु जिम्मेदारों के द्वारा इस समस्या की ओर कोई ध्यान नही दिया जा रहा है जिससे स्थानीय दुकानदार व राहगीरों को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है परन्तु जिम्मेदारों के द्वारा इस समस्या की ओर कोई ध्यान नही दिया जा रहा है जिससे लोगों में शासन-प्रशासन के प्रति भारी आक्रोश व्याप्त है। आपकों बता दे कि नगर मुख्यालय को सुन्दर व सुव्यवस्थित बनाने के लिए प्रशासन के द्वारा ८ माह पूर्व हाईवे मार्ग के लालबर्रा बस स्टैण्ड से लेकर मजार तक अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की गई थी इस अतिक्रमण कार्यवाही के चलते पूर्व में बनी हुई पानी निकासी की नाली क्षतिग्रस्त हो चुकी है जिसके कारण होटल सहित अन्य दुकानों का पानी रोड़ के ऊपर से बह रहा है। साथ ही अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही के दौरान पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग अध्यक्ष, क्षेत्रीय विधायक गौरीशंकर बिसेन के द्वारा बस स्टैण्ड से लेकर मजार स्थित नाला तक पक्की नाली का निर्माण करवाये जाने की घोषणा की गई थी और अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही को ८ माह बित चुका है परन्तु वर्तमान समय तक पक्की नाली का निर्माण कार्य प्रारंभ तक नही हुआ है जिसके कारण पानी की निकासी नही हो पा रही है और बारिश के पानी के साथ ही होटल व अन्य दुकानों का गंदा पानी मार्ग के किनारे बने गड्डों में जमा होने के साथ ही रोड़ के ऊपर से बह रहा है जिससे लोगों को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और क्षेत्रीयजन अपने साथ में बीमारी भी लेकर जा रहे है। स्थानीय दुकानदार व राहगीरों ने शासन-प्रशासन से मांग की है कि बस स्टैण्ड से लेकर मजार स्थित नाला तक पक्की नाली का निर्माण करवाने या फिर वैकल्पिक व्यवस्था के तहत अस्थाई नाली का निर्माण कर पानी निकासी की व्यवस्था किये जाने की मांग की है।