शासकीय कर्मचारी का दर्जा सहित उनके सामान सुख सुविधा मिलने की मांग को लेकर 16 अगस्त से मध्य प्रदेश सहकारी कर्मचारी समिति महासंघ के प्रांतीय आव्हान पर सहकारी समिति कर्मचारियों के द्वारा अनिश्चितकालीन हड़ताल किया जा रहा है जिनकी हड़ताल का 31 अगस्त को 16 दिन हो चुके है उसके बाद भी प्रदेश सरकार के द्वारा कोई ठोस निर्णय नहीं लिए जाने पर हड़ताली कर्मचारियों द्वारा अब सरकार का बहिष्कार करने का ऐलान किया है। आपको बताएं कि मध्य प्रदेश सहकारी समिति कर्मचारीयो के कर्मचारियों ने सरकार की वादाखिलाफी से नाराज होकर 16 अगस्त से अपनी न्यायोचित मांगों को लेकर अनिश्चितकाल में हड़ताल कर सरकार अपनी मांग मंगवाने का प्रयास कर रहे है, लेकिन 16 दिन बीत जाने के बाद भी कोई सकारात्मक परिणाम सामने नहीं आने और सरकार के द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाने पर जिले के कर्मचारियों में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है वहीं उन्होंने सरकार का बहिष्कार करने की चेतावनी भी दी है। जिले में सहकारी कर्मचारी की हड़ताल से सभी सोसाइटियों में ताले लग गए हैं और कार्य प्रभावित हो रहे हैं जिसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है, वहीं कर्मचारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांग नहीं माने जाएगी वह हड़ताल समाप्त नहीं करेंगे। मध्य प्रदेश सहकारी कर्मचारी महासंघ के पीसी चौहान जिलाध्यक्ष ने बताया कि लगातार लंबित मांगों को लेकर सरकार के सामने आवेदन निवेदन किया गया धरना प्रदर्शन किया गया लेकिन सरकार के द्वारा मांगों पर किसी भी प्रकार का कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है, कई बार अनिश्चितकालीन हड़ताल भी की गई और आश्वासन पर हड़ताल समाप्त कर दी गई लेकिन इस बार ऐसा कुछ नहीं होगा जब तक सरकार के द्वारा मांग नहीं मानी जाएगी तब तक यह हड़ताल समाप्त नहीं होगी और प्रादेशिक आव्हान पर जैसे दिशा निर्देश मिलते रहेंगे वैसी हड़ताल को रूप दिया जाएगा, सरकार के खिलाफ नाराजगी व्यक्त करते हुए श्री चौहान ने कहा कि 16 वे दिन भी हड़ताल जारी है लेकिन सरकार के द्वारा कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है कर्मचारियों के प्रति अपनी जिम्मेदारी सरकार भूल रही है अगर ऐसा ही उदासीन रवैया सरकार का कर्मचारियों के प्रति रहता है तो निश्चित तौर पर जिले के कर्मचारियों सहित प्रदेश के सभी जिले के कर्मचारी सरकार का बहिष्कार करेंगे।