ताइवान के तटीय इलाकों में हाइकुई तूफान (Typhoon Haikui) का लैंडफॉल हो चुका है और तबाही मचा रहा है। ताइवान के मौसम विभाग के अनुसार, तूफान में अधिकतम 137 km प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं, जो बढ़ कर 173 km प्रति घंटे तक पहुंच गईं। इस द्वीप पर पिछले 4 सालों में ये पहला बड़ा तूफान है। इस टाइफून के चलते द्वीप के दक्षिण और पूर्व में बाढ़ आने और तेज हवाएं चलने की आशंका है। स्थानीय प्रशासन ने करीब 3000 लोगों को निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है। इसके अलावा तमाम घरेलू उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। हाइकुई के ताइवान तट से टकराने के बाद चीन के फुजियान प्रांत की ओर बढ़ने की संभावना है।
हाइकुई तूफान रविवार दोपहर तीन बजे के करीब प्रशांत महासागर के पूर्वी तट पर ताइतुंग काउंटी में पहुंचा। इस दौरान हवाओं की रफ्तार 155 किलोमीटर प्रति घंटे से लेकर 190 किलोमीटर प्रति घंटे तक थी। तेज़ हवाओं और तेज़ बारिश के कारण कई घर गिर गये और पेड़ उखड़ गए। कुछ निचले इलाकों में बाढ़ की भी खबर है। वैसे कोई सामूहिक निकासी नहीं हुई थी, लेकिन दर्जनों लोगों ने स्कूल व्यायामशालाओं और सार्वजनिक बैठक हॉलों में शरण ली थी।
मौसम ब्यूरो ने चेतावनी दी है कि ताइवान में 6 सितंबर तक भारी बारिश हो सकती है। ताइवान ने कक्षाओं और बाहरी कार्यक्रमों के साथ-साथ रेल परिवहन और बोट सर्विस को भी निलंबित करने की घोषणा की। अधिकारियों ने टाइफून हाइकुई की आशंका में श्रमिकों से घर पर रहने का आग्रह किया। ताइवान की दो मुख्य घरेलू एयरलाइंस, UNI एयर और मंदारिन एयरलाइंस ने सभी उड़ानें रद्द कर दीं, जबकि आसपास के द्वीपों के लिए बोट सर्विस भी रद्द कर दी गई है। मध्य ताइचुंग क्षेत्र में एक हॉट एयर बैलून इवेंट, कई आउटडोर म्यूजिक प्रोग्राम, आर्ट इवेंट और एक बेसबॉल फेस्टिव रद्द कर दिया गया। सिंचू सिटी इंटरनेशनल पतंग महोत्सव, जो 2 और 3 सितंबर को आयोजित होना था, उसे एक हफ्ते आगे बढ़ाकर 9 और 10 सितंबर तक कर दिया गया है।
तूफान साओला
इससे पहले चीन के हांगकांग और गुआंग्डोंग में तूफान साओला ने कहर मचाया। ने 1 सितंबर को सैकड़ों उड़ानें रद्द कर दीं और लगभग 8,00,000 लोगों को निकाला गया। टाइफून साओला के कारण बिजनेस, स्कूलों और वित्तीय बाजारों को बंद करना पड़ा। बता दें कि साओला उत्तर पश्चिमी प्रशांत महासागर और दक्षिण चीन सागर में बने तीन ट्रॉपिकल चक्रवातों में से एक है। दोहरे तूफानों के बावजूद, चीन की सेना ने स्व-शासित लोकतंत्र ताइवान को डराने-धमकाने का अभियान जारी रखा।