नगर सहित क्षेत्र में बीते करीब 20 घंटे से अधिक समय से रुक रुक कर लगातार बारिश होने का क्रम बरकरार है जिसके कारण वारासिवनी खैरलांजी क्षेत्र के विभिन्न नाले उफान पर चल रहे हैं। जिसमें पुलिया पर से पानी गुजरने के कारण आवागमन बाधित हो गया है और कई ग्रामों का संपर्क आपस में टूट गया है ऐसे में लोगों को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है कि वह किस प्रकार से अपने कार्यों को पूर्ण करें। इस दौरान देखने में आ रहा है कि लोग अपने अतिआवश्यक कार्यों के लिए आवागमन कर रहे हैं परंतु नाले उफान पर होने से आवागमन बाधित हुआ पड़ा है। ऐसे में वह दूसरे मार्गो का सहारा ले रहे हैं परंतु कुछ ग्राम ऐसे हैं जिनके लिए दूसरे मार्ग भी नहीं है इस प्रकार की समस्या से लोगों को जूझना पड़ रहा है। इस प्रकार से आगामी समय में भारी बारिश का मौसम विभाग के द्वारा बताया जा रहा है वही भीमगढ़ के भी गेट खोल दिए गए हैं ऐसे में नदियों का जलस्तर बढ़ने से नालों का पानी रुक गया है यह एक और कारण है कि पानी नालों में अभी बढ़ते जा रहा है। जिसके कारण वारासिवनी खैरलांजी क्षेत्र के कई मार्ग अवरूद्ध है।
वारासिवनी के इन नाले पर से जा रहा पानी
वारासिवनी अंतर्गत लालबर्रा रोड़ स्थित टोण्डिया नाला, ग्राम पंचायत डोंगरमाली से साकड़ी मार्ग पर करीब 1 किलोमीटर की दूरी पर रानी अवंती नाला, बोटेझरी बुदबुदा नाला, कोपे नाला, कोसते नाला, तुमाड़ी नाला, चिल्लोद नाला, लोहारा नाला सहित अनेक नाले बीते करीब 20 घंटे से उफान पर है। यह नाले पर पानी 15 सितंबर की देर रात से बढ़ना प्रारंभ हुआ था जो वर्तमान तक यथावत बना हुआ है जहां पर नाले के ऊपर करीब 2 से 3 फीट से ज्यादा पानी बह रहा है और दोनों तरफ से आवागमन अवरुद्ध हो गया है। जबकि यह मार्ग महाराष्ट्र व मध्यप्रदेश के महानगरों को जोड़ता है। जहां से लोग अपने उपचार व अन्य कार्यों के लिए महानगर व पड़ोसी तहसील व ग्राम की ओर जाते हैं क्योंकि वहां से वह पास पड़ता है। ऐसी परिस्थिति में लोग उप स्वास्थ्य केंद्र स्कूल व अन्य शासकीय संस्थाओं में कार्यरत कर्मचारी भी ग्राम में नहीं पहुंच पा रहे हैं जिसे पूरी तरह सेवा बाधित है। वर्तमान में इन लोगों के द्वारा शासन से पुलिया की ऊंचाई बढ़ाने की मांग की जा रही है।
बांध के पानी से बढ़ा नदी का जलस्तर बढ़ा
यहां यह बताना लाजिमी है कि वर्तमान में संजय सरोवर जलाशय भीमगढ़ का जलस्तर 519.30 मीटर है। जल संग्रहण क्षेत्र में हो रही अत्यधिक वर्षा से जल की आवक ज्यादा हो रही है। जिसमे निर्धारित जल स्तर बनाए रखने हेतु 15 सितंबर की शाम के 5:00 बजे से बांध के जल द्वार से 80,000 घन फीट प्रति सेकंड 2265.00 क्युनेक्स जल की निकासी की जा रही है। जिसके कारण नदी में जल स्तर बढ़ गया है और ऐसे नाल जो नदी में मिलते हैं वह नदी के जलस्तर बढ़ने से रुक गए हैं जिसके कारण नालों का जलस्तर बढ़ता जा रहा है।
रामपायली व खैरलांजी क्षेत्र में यह नाले पर से जा रहा पानी
गौरतलब है कि वैनगंगा नदी का जल स्तर बड़ने से थाना रामपायली व खैरलांजी क्षेत्र अंतर्गत छोटे छोटे नालो का भी जल स्तर बड़ गया है। जिससे रामपायली क्षेत्र में डोंगरमाली से साकडी, लडसडा से मुरमाडी़ और देतबर्रा से मांगलेगाव व थानेगाव से वारासिवनी मार्ग बंद है। वही खैरलांजी क्षेत्र में खैरी कुम्हली कटोरी सहित सभी नाले उफान पर है। जहाँ सरपंच व ग्रामीणों की मदद से ज्यादा पानी बहाव वाले रास्तों से आवागमन बंद कर दिया गया है। वही रात्रि मे वेनगंगा नदी का जल स्तर बड़ने की संभावना को देखते हुए वेनगंगा नदी से लगे ग्राम सतोना मे पानी आ सकता है इस संबंध में ग्रामीणों को सतर्क रहने के लिए समझाइश दी गई है। वही इस पूरी स्थिति पर पुलिस प्रशासन के द्वारा नजर बनाकर रखी गई है।
वारासिवनी लालबर्रा मार्ग हुआ अवरुद्ध
वारासिवनी लालबर्रा राज्य मार्ग पर नगर मुख्यालय व ग्राम पंचायत मुरझड़ के मध्य में बहने वाला टोण्डिया नाल वर्तमान में भरकर जा रहा है जिसमें करीब 3 फीट पानी पुलिया के ऊपर से गुजर रहा है। जहां पर आवागमन पूरी तरह अवरुद्ध हो गया है ऐसे में यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यह मार्ग वारासिवनी को महानगरों से जोड़ता है वही दैनिक कार्यों एवं जरूरतों के लिए नेवरगांव सहित आसपास की एक दर्जन पंचायतों के द्वारा वारासिवनी रोजाना आवागमन किया जाता है। उक्त लोगों के लिए बाधा खड़ी हो गई है जहां पर दोनों तरफ से आवागमन पूरी तरह बंद पड़ा हुआ है वही देखे तो अन्य दूसरा मार्ग भी नहीं है कि उक्त स्थान के लोग आसानी से वारासिवनी आना-जाना कर सके। जिससे मार्ग के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लगी है जिनके द्वारा अपनी मंजिल पर पहुंचने के लिए दूसरे मार्ग की खोज की जा रही है।
पुलिस प्रशासन मुस्तैद
पिछले 20 घंटे की लगातार बारिश के कारण वारासिवनी खैरलांजी रामपायली थाना क्षेत्र में पुलिस प्रशासन एवं बाढ़ आपदा प्रबंधन समिति पूरी तरह मुस्तैद है। लगातार नदी नालों के हाल-चाल पता किए जा रहे हैं और मौका निरीक्षण कर अधिक आवागमन वाले मार्ग पर पुलिस की मुस्तैदी करा दी गई है ताकि लोग उफनती नालों में आवागमन ना करें। वही सुरक्षा के समस्त इंतजाम कर क्षेत्र में नजर बनाए रखे हुए हैं।
नगर में भी जलभराव के बनी रही स्थिति
इस मूसलाधार बारिश में नगर की स्थिति भी खराब हो गई जिसमें नगर के विभिन्न स्थानों वार्ड एवं सड़कों में बड़ी मात्रा में पानी इकट्ठा हो गया ऐसे में नगर की लालबर्रा रोड जय स्तंभ चौक गोलीबारी चौक में बेतहाशा पानी इकट्ठा हो गया जो लंबे अंतराल के बाद नालियों के माध्यम से खाली हुआ परंतु इस दौरान आवागमन कर रहे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
नरेंद्र सराटे ने पदमेंश से चर्चा में बताया कि वह नागपुर से आ रहे है जिन्हें लालबर्रा जाना था पर नाले के ऊपर पानी जा रहा है लोगों को आने जाने की समस्या है ऐसे में आने जाने की कोशिश बहुत सारे लोग कर रहे हैं किंतु नाले के दोनों तरफ भीड़ बहुत है और आवागमन बंद पड़ा हुआ है ऐसे में लालबर्रा से संपर्क टूटा हुआ है। दूसरे मार्गो का उपयोग करना पड़ रहा है जहां से दूरी तय करनी पड़ रही है। लालबर्रा जाने के लिए नगर से जितने भी मार्ग हैं उन पर यह नाले का प्रभाव बना रहता है क्योंकि दूसरे ग्रामों से भी यह नाला निकल कर आता है। यह राज्य मार्ग है जिसकी हाइट बढ़ानी चाहिए।
पंचम हनवत ने बताया कि यह मार्ग पर कई वर्षों की समस्या है हम हर बार देखते हैं कि बारिश में यहां पर बाढ़ आ जाती है और यह मार्ग बंद हो जाता है वर्तमान में 3 फीट से अधिक पानी बह रहा है। जहां पर ऊंचा पुलिया बनना चाहिए ताकि आवागमन बाधित ना हो। परंतु अभी आवागमन बंद है और थाना प्रभारी का धन्यवाद कि उन्होंने पुलिस मुस्तैद कर रखी हुई है सुरक्षा के इंतजाम है।
उप निरीक्षक विनोद साव ने बताया कि लालबर्रा मार्ग स्थित टोण्डिया नाले पर करीब 3 फीट से ज्यादा पानी जा रहा है ऐसे में आवागमन बंद कर मौके पर पुलिस प्रशासन मुस्तेद कर दिया गया है ताकि कोई दुर्घटना घटित ना हो और दोनों और से आवागमन बंद करवा दिया गया है।
इनका कहना है।
दूरभाष पर बताया कि वारासिवनी थाना अंतर्गत डोंगरमाली रामपायली कटंगी बालाघाट मुख्य मार्ग और बाईपास सभी मार्गों पर जितने भी नदी नाले हैं सभी का निरीक्षण कर पुलिस प्रशासन की मुस्तेदी सुनिश्चित कराई गई है और हर प्रकार की घटना पर नजर बनाकर रखी गई है परंतु वर्तमान तक सभी जगह स्थिति नियंत्रण में है।