अशोक चक्र सम्मानित स्वर्गीय मेजर मोहित शर्मा (Mohit Sharma) के जीवन पर बायोपिक बन रही है। हालांकि कलाकारों, शीर्षक और अन्य जानकारी की घोषणा होना बाकी है। फिल्म सितंबर में फ्लोर पर आने की संभावना है और अगले साल स्वतंत्रता दिवस पर रिलीज किया जाएगा। सूत्रों के अनुसार फिल्म का अस्थायी नाम इफ्तिखार (Iftikhar) दिया गया है। यह फिल्म शिव अरूर और राहुल सिंह की किताब इंडियाज मोस्ट फियरलेस 2: मोर मिलिट्री स्टोरीज ऑफ अनइमेजेबल करेज एंड सैक्रिफाइस के पहले चैप्टर पर आधारित है। इस फिल्म का निर्माण अप्प्लायसे एंटरटेनमेंट (Applause Entertainment) और दृश्यम फिल्म्स (Drishyam Films) द्वारा किया जा रहा है। अप्प्लायसे मनोरंजन के समीर नायर ने बताया कि हम मेजर मोहित शर्मा की बहादुरी पर फिल्म बनाने के लिए काफी उत्साहित है। यह ऐसी कहानी है जिसे हर भारतीय को बताने की जरूरत है।
दृश्यम फिल्म्स के संस्थापक-निर्माता मनीष मुंद्रा ने बताया कि मेरा मानना है कि फिल्म निर्माताओं के रूप में यह हमारा कर्तव्य है कि ऐसे नायकों की पहचान करें। जिनका जीवन न केवल युवाओं को प्रेरित करेगा बल्कि हमारे विशेष बलों द्वारा किए गए बलिदानों के बारे में भी बताएगा।
मेजर मोहित शर्मा के जीवन पर एक नजर
मेजर मोहित शर्मा को 11 दिसंबर 1999 को इंडियन मिलिट्री एकेडमी से पासआउट हुए। उनकी पहली पोस्टिंग हैदराबाद थी, यहां से कश्मीर 38 राष्ट्रीय राइफल्स के साथ तैनात कर दिया गया। मोहित ने साल 2001 में आतंकियों से दोस्ती कर ली थी। उन्होंने बताया था कि भारतीय सुरक्षाबलों ने उनके भाई को मार दिया है। अब उन्हें भाई के मौत का बदला चाहिए। मेजर शर्मा ने अपना नाम बदलकर इफ्तिखार भट रख लिया था। उन्होंने हिजबुल के दो आतंकी अबु तोरारा और अबु सबजार से नजदीकी बढ़ाई थी। वह शोपियां में उनके साथ एक अज्ञात कमरे में रहते थे। मौका देख एक दिन शर्मा ने दोनों को ढेर कर दिया।वहीं कुपवाड़ा ऑपरेशन के दौरान मेजर मोहित शर्मा 21 मार्च 2009 को शहीद हो गए थे। 26 जनवरी 2020 को उन्हें देश के सर्वोच्च शांति काल वीरता पुरस्कार अशोक चक्र से सम्मानित किया गया था।