25 दिनों से लगातार 2800 ग्रेड पे सहित अन्य मांगों को लेकर पटवारीयो के द्वारा तहसील कार्यालय के सामने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे पटवारियों ने 25 सितंबर से क्रमिक भूख हड़ताल शुरू कर दी है। साथ ही पटवारियों की हड़ताल को आज चयनित पटवारियों ने पहुंचकर अपना समर्थन दिया।आपको बता दे कि मध्य प्रदेश पटवारी संघ के प्रांतीय आव्हान पर विगत 28 अगस्त से प्रदेश सहित जिले का पटवारी अनिश्चितकालीन कामबंद हड़ताल पर है। पटवारी संघ, पटवारियों के हितार्थ, पटवारियों को 28 सौ रूपये ग्रेड-पे,वेतन विसंगति, समयमान सहित आवश्यक संसाधन की मांग की। सरकार के द्वारा अभी तक पटवारी के पक्ष में कोई ठोस निर्णय नहीं लेने पर नाराज पटवारीयों ने सोमवार से क्रमिक भुकरताल शुरू कर दिए। इस भूख हड़ताल में गिरधारी भगत, शिफिल धमगाये,स्नेहल मर्सकोले,धीरज राय और तोपेश दमाहे ने आज क्रमिक भूख हड़ताल की। तो वहीं मंगलवार के दिन रमीज कुरैशी, आशीष हनवत, संकेत राणे और रविकांत भारद्वाज द्वारा किया जाएगा।
इसके बाद भी मांगे नहीं मानी तो सरकार हमारे पंडाल से हमें शमशान घाट तक ले जाना पड़ेगा=अरुण बिरनवार
मध्य प्रदेश पटवारी संघ जिला अध्यक्ष अरुण बिरनवार ने बताया कि बालाघाट तहसील में पांच पटवारी ने क्रमिक भूख हड़ताल पर है और वारासिवनी में पांच पटवारी क्रमिक भूख हड़ताल पर है। हम लोग के द्वारा किसी प्रकार का कोई उग्र आंदोलन करने का कोई इरादा नहीं था लेकिन सरकार के रवैया के कारण आज से हम लोगों को भूख हड़ताल पर बैठना पड़ा। हम लोगों के द्वारा सरकार का ध्यान आकर्षण करवाने के लिए 25 वर्षों से आवेदन निवेदन करने के पश्चात धरना प्रदर्शन तिरंगा रैली कई प्रकार के आंदोलन करने के बाद भी सरकार के द्वारा पटवारी के पक्ष में कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया है। पटवारी की हड़ताल को 25 दिन हो चुके हैं लेकिन सरकार के द्वारा अभी तक कोई पहल नहीं की गई है आज चयनित पटवारी का भी समर्थन मिला है।लेकिन सरकार ने अब तक पटवारियों की ओर कोई ध्यान नहीं दिया है। जिससे लगता है कि सरकार पटवारियों की अनदेखी कर रही है। जिससे पटवारियों में सरकार के प्रति आक्रोश बढ़ता जा रहाहै। उन्होंने आगे कहा कि क्रमिक भूख हड़ताल के बाद भी सरकार के द्वारा कोई निर्णय नहीं लिया जाता तो तो हमारा आखिरी आंदोलन हमारे पंडाल से शमशान घाट तक हम लोगों को ले जाना पड़ेगा।