एक नाबालिक लड़की का अपहरण कर उसे राजस्थान में बेचनेऔर उसके साथ बलात्कार किए जाने के मामले में घिरी पूर्व जिला पंचायत सदस्य मंजू उइके और उसके पति जमील कुरैशी को लामता पुलिस ने हिरासत ले लिया। दोनों पति-पत्नी इस मामले में नामजद आरोपी है। इनके अलावा राजस्थान जयपुर के ग्राम फुलेरा निवासी मुकेश नामक युवक को भी आरोपी बनाया गया है जिसे गिरफ्तार करने पुलिस टीम राजस्थान भेजी जाएगी। ज्ञात होकि मंजू उइके और उसके पति जमील कुरेशी द्वारा राजस्थान के जयपुर जिले में आने वाले ग्राम फुलेरा में मुकेश नामक व्यक्ति को बेची गई यह नाबालिक लड़की जब 17 सितंबर की रात्रि 1:00 वहां से भाग कर जब 19 सितंबर को अपने घर पहुंची ।तब इस लड़की ने मंजू उइके और उसके पति जमील कुरैशी द्वारा उसे सिलाई सीखने जबलपुर ले जाने के बहाने जयपुर लेजाकर बेचने का खुलासा किया था।। 27 सितंबर को इस नाबालिक लड़की द्वारा की गई रिपोर्ट पर नाम तक पुलिस थाने में मंजू सी के उसके पति जमील कुरैशी और फुलेरा के मुकेश नामक युवक के विरुद्ध 363,366A 376(2)एन भादवि ,धारा 5एल/6 लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम के तहत अपराध दर्ज किया गया। अपराध दर्ज होने के बाद जमील कुरैशी फरार हो गया था। 29 सितंबर को लामता पुलिस ने जमील कुरैशी को सिवनी में हिरासत में लिया और उसे थाने लाये जिसके बाद ही लामता पुलिस ने मंजू उइके को भी हिरासत में ले लिया है।दोनों पति-पत्नी को थाने लाकर पूछताछ की जा रही है। पूछताछ में दोनों पति-पत्नी से लड़कियों के इस खरीद फरोख्त के मामले में और बड़े खुलासे होने की सम्भावना है। संभवत 30 सितंबर को दोनों पति-पत्नी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।वही 29 सितंबर को इस क्षेत्र की जिला पंचायत सदस्य श्रीमती स्मिता कंचन टेकाम ने आदिवासी महिला समूह की महिलाओं के साथ लामता थाना पहुंचकर थाना प्रभारी पी एस सिंह डामोर को ज्ञापन सोप कर मंजू उइके और उसके पति जमील कुरैशी को शीघ्र गिरफ्तार कर कठोर से कठोर कार्रवाई करने की मांग की थी।
मंजू उइके के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए- जिला पंचायत सदस्य श्रीमती स्मिता कंचन टेकाम
आदिवासी महिला समूह की महिलाओं के साथ थाने पहुची जिला पंचायत सदस्य श्रीमती स्मिता कंचन टेकाम ने बताया कि मंजू उइके ने ग्राम मोते गांव पंचायत की एक नाबालिक लड़की को सिलाई सीखने के बहाने बहला फुलाकर उसे जयपुर ले जाकर डेढ़ लाख रुपए में भेज दिया और यह भी पता चला है कि और भी बालिकाओं के साथ ऐसा हुआ है। हम शासन प्रशासन और पुलिस प्रशासन से मांग करते है मंजू उइके पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाय और ज्यादा से ज्यादा सजा दिलाई जाय और हो सके तो मंजू उइके को फांसी की सजा दी जाय और उसे ग्राम पंचायत से बहिष्कार किया जाय।