नगर के श्री राम मंदिर में 15 अक्टूबर को मां अंजनी पुत्र सेवा दल वारासिवनी के तत्वाधान में हनुमान जी महाराज के स्वरूप की स्थापना कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें पानीपत से लेकर आये भगवान हनुमान जी के मुकुट की विधि विधान से पूजा अर्चना करने के उपरांत स्थापना की गई। यहां यह बताना लाजिमी है कि नगर के युवाओं के द्वारा मां अंजनी पुत्र सेवा दल वारासिवनी का गठन किया गया है जिसके तहत पहली बार हनुमान जी महाराज के स्वरूप दशहरे की शोभायात्रा में देखने को मिलेगा। क्योंकि नगर के युवाओं के द्वारा धार्मिक क्षेत्र में यह नई परंपरा प्रारंभ की गई है जिसमें नगर के सुमित मिश्रा इस स्वरूप को 24 अक्टूबर दशहरे के दिन धारण कर चल समारोह में शामिल होंगे जो आकर्षण का केंद्र रहेगा। जिसमें हनुमान जी महाराज का स्वरूप धारण करने वाले युवक सुमित मिश्रा के द्वारा विधि विधान से नियमों का पालन किया जा रहा है जिनके द्वारा दशहरे से 40 दिन पूर्व नगर के समस्त मंदिरों का भ्रमण कर आशीर्वाद ग्रहण करने के उपरांत ब्रम्हचारी नियमो का पालन करते हुए श्री राम मंदिर में निवास कर तपस्या की जा रही है। मां अंजनी पुत्र सेवा दल सदस्य अमन पटेल ने पद्मेश से चर्चा में बताया कि मां अंजनी पुत्र सेवा दल के द्वारा धार्मिक क्षेत्र में नई परंपरा का आगाज किया गया है जिसके तहत दशहरे के दिन हनुमान जी का स्वरूप चल समारोह में शामिल होगा। जिसकी स्थापना विधि विधान से की गई है इस स्वरूप को सुमित मिश्रा धारण करेंगे जो विधि विधान से निर्धारित नियमों का पालन कर राम मंदिर में ही निवासरत है। वहीं दशहरे के अगले दिन राजतिलक कार्यक्रम का आयोजन श्री राम मंदिर में आयोजित किया गया है। इस अवसर पर मां अंजनी पुत्र सेवा दल के पदाधिकारी सदस्य बड़ी संख्या में मौजूद रहे।