किसानों ने तहसीलदार को सौपा ज्ञापन

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खैरलांजी के ग्रामीणों के द्वारा 11 दिसंबर को मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश शासन के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंप कर समर्थन मूल्य स्पष्ट कर अतिवृष्टि के नुकसान की जांच करवाने की मांग की गई। ज्ञापन में किसानों ने बताया कि हम सभी किसान लोग हैं हमारे साथ भ्रम की स्थिति बनी हुई है पूर्व में सरकार द्वारा समर्थन मूल्य धान खरीदी 2138 रुपए प्रति क्विंटल धान खरीदी की घोषणा की गई थी जबकि वर्तमान में मध्य प्रदेश भाजपा सरकार के घोषणा पत्र में 3100 रुपए में धान खरीदी करने की बात कही गई है। वर्तमान में 1 दिसंबर से धान खरीदी जिला प्रशासन के द्वारा प्रारंभ करवा दिया गया है परंतु वर्तमान तक खरीदी पूर्ण रूप से प्रारंभ नहीं हो पाई है ऐसे में किसान भ्रमित है कि सरकार 2183 रुपए में धान खरीदी करेगी या 3100 रुपए में खरीदी करेगी वर्तमान तक सरकार के द्वारा घोषणा पत्र के अलावा किसी अधिकृत रूप से निर्देश नहीं दिए गए हैं। ऐसे में किसानों के मध्य भ्रम की स्थिति बनी हुई है और वहां अपनी उपज सोसाइटी में ले जाने से कतरा रहे हैं ऐसे में उनकी फसल का नुकसान ही होना भी ज्ञात हो रहा है। जिनके द्वारा सरकार से मांग की जा रही है कि वह तत्काल घोषणा के अनुसार 3100 में धान खरीदी करें जबकि क्षेत्र में जो व्यापारी लोग धान खरीदी कर रहे हैं वह पर सरकारी समर्थन मूल्य के नीचे खरीदी कर रहे हैं जो गलत है उस पर भी तत्काल कार्यवाही की जाए। इस अवसर पर जनपद पंचायत खैरलांजी उपाध्यक्ष दुर्गा प्रसाद लिल्हारे, नगर कांग्रेस अध्यक्ष अनिल पिपरेवार, भारत शिवहरे, टेकनलाल दमाहे, शेरा सुलकिया, सुरेश बानेवार, योगेश सुलकिया, नंदकिशोर कावरे, कैलाश पटले, प्रवीण डोंगरे, संतोष भीमकर, सुरेश मेश्राम सहित अन्य किसान मौजूद रहे।

अनिल पिपरेवार ने पदमेश से चर्चा में बताया कि मोदी की गारंटी प्रचारित की गई जिसके तहत किसानों को धान 3100 रुपए में खरीदा जाये यह जरूरी है। शासन प्रशासन ने क्या निर्देश दिए हैं इसकी जानकारी नहीं है परंतु वर्तमान में किसान भ्रमित है वह सोच रहा है कि 3100 रुपए में धान लिया जाएगा परंतु अभी तक खरीदी प्रारंभ नहीं हो पाई है उसका भी अलग कारण है शासन की फेल व्यवस्था बनी हुई है किसान परेशान वह भ्रमित है। श्री पिपरेवार में बताया कि उन्हें शासन प्रशासन तय करेगी क्या आदेश है समर्थन मूल्य पर धान जो खरीदी होना है वह घोषणा किये गये रेट पर की जाएगी या पुराने रेट में ही खरीदेंगे यह अभी स्पष्ट नहीं हो पा रहा है जिसके लिए ज्ञापन दिया गया है मगर उन्हें भी जानकारी नहीं है किसान ऐसे में परेशान है। जब गारंटी दी है तो 3100 रुपए का रेट किसानों को मिलना चाहिए बात रही सरकार बनने की तो चुनाव में लाडली बहन को राशि दी जा सकती है किसानों को नहीं ऐसे में हम क्या समझे।

भारत शिवहरे ने बताया कि ज्ञापन इस विषय पर हमने सौपा है कि शासन की घोषणा थी 3100 रुपए में धान लेंगे पर अधिकृत कुछ भी नहीं है क्या रेट देंगे इसमें भ्रम की स्थिति बनी हुई है। गांव में इतने किस चिंतित है और अधिकांश छोटे किसान अपनी धान छोटे व्यापारियों को दे रहे हैं और कम से कम दाम में व्यापारी धान उनसे ले रहे है। शासन में खरीदी केंद्र खुलवाए हैं जहां एक दिसंबर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी प्रारंभ का आदेश जारी कर दिया गया है पर अभी तक खरीदी की ना व्यवस्था हुई है ना ही प्रारंभ हुई है हम चाहते हैं कि यह भ्रम खत्म हो। साथ ही अतिवृष्टि में जो किसानों को नुकसानी हुई है इसका सर्वे करवरकर मुआवजा वितरण किया जाए।

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