मध्य प्रदेश के शाजापुर में ‘अवधपुरी’ के रूप में तब्दील शिविर में तीन दिन चले राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के प्रांत सम्मेलन ने समाज को कई सकारात्मक संदेश दिए। यहां अनुशासन, स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के साथ ही स्वास्थ्य के लिए हितकारी कार्यशैली अपनाई गई।
हर सुबह ब्रह्म मुहूर्त में सामूहिक योग किया गया। स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के लिए पालीथिन वर्जित रही। बैनर-पोस्टर कपड़े से तैयार थे। कागज का भी कम उपयोग किया गया और शिविर स्थल के कक्ष व पंडाल के नाम कपड़े पर विद्यार्थियों द्वारा रंग से लिखे गए।
सम्मेलन में मालवा प्रांत के 28 जिलों के स्वयंसेवक तीन दिन शहर में रहे, किंतु न तो कोई शोर-शराबा हुआ, न ही आयोजन के कारण शहर में कोई हलचल देखी गई। सादगीपूर्ण आयोजन की हर तरफ सराहना हो रही है। लोगों का कहना है कि संघ ही ऐसा संगठन है, जो सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया। के भाव को आत्मसात कर समाज को सकारात्मक दिशा देने का काम करता है।