पोटियापाट घाट का किया जाये जीर्णोध्दार – ढबाले

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नगर मुख्यालय से लगभग ६ किमी. दूर ग्राम पंचायत बम्हनी-ददिया के आगे पावन सलिल वैनगंगा नदी स्थित पोटियापाट घाट में कार्तिक पूर्णिमा के दूसरे दिन से १५ दिवसीय मेले का आयोजन किया गया था और यह मेला संपन्न होने के बाद ग्राम पंचायत बम्हनी के द्वारा १३ दिसंबर को साफ-सफाई अभियान चलाकर पोटियापाट घाट, शिव मंदिर परिसर की साफ-सफाई कर लोगों को स्व’छता के प्रति जागरूक किया गया। आपकों बता दे कि नगर मुख्यालय से लगभग ६ किमी. दूर ग्राम पंचायत ददिया व बम्हनी की सीमा में समनापुर मार्ग पर स्थित वैनगंगा नदी के पोटियापाट घाट में कार्तिक पूर्णिमा के दूसरे दिन से १५ दिवसीय ब्लॉक का सबसे बड़ा मेला लगता है और इस मेले में विकासखंड के अलावा अन्य दूर दराज के ग्रामों के लोग, श्रध्दालु बैलगाड़ी व अन्य साधनों से पहुंच कर स्नान कर मां गंगा मैय्या व बाबा पोटिया देव की पूजा अर्चना कर मेले का आनंद उठाते है और कुछ लोग मान्यता की कढ़ाई लेकर पहुंचते है जिनके द्वारा विभिन्न पकवान बनाकर पोटियापाट बाबा की पूजा अर्चना व भोग लगाकर आराधना की जाती है जिनकी मनोकामनाएं भी पूरी होती हैं। इस १५ दिवसीय मेलेे में दुकानदारों के द्वारा दुकाने लगाई गई थी परन्तु उसकी साफ-सफाई नही होने के कारण पोटियापाट घाट परिसर सहित अन्य स्थानों पर कूडा-करकट होने के कारण निवासरत लोगों एवं पिण्डदान कार्यक्रम में पहुंचने वाले लोगों को परेशानी हो रही थी और बम्हनी पंचायत से साफ-सफाई करवाने की मांग की गई थी। जिसके बाद ग्राम पंचायत बम्हनी सरपंच बीआर ढबाले के द्वारा पंचायत के माध्यम से शिव मंदिर, पोटियापाट घाट परिसर की साफ-सफाई करवा दी गई है। वहीं पोटियापाट घाट एक धार्मिक स्थल बन चुका है जहां शिवरात्रि पर मेला, कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर १५ दिन का मेला लगता है साथ ही मंडला या अन्य तीर्थ स्थल न जाते हुए वैनगंगा नदी तट पर बसे पोटियापाट घाट पहुंचकर लोग पिंडदान सहित अन्य कार्यक्रम करते है परन्तु सुविधा कम होने के कारण लोगों को परेशानी होती है अगर जनप्रतिनिधि एवं प्रशासन के द्वारा पोटियापाट घाट का जीर्णोध्दार करवाकर टीनशेड, मिट्टी कटाव को रोकने का प्रयास, कमरे सहित अन्य निर्माण करवा दिया जाता है तो यह स्थल एक भव्य धार्मिक एवं पर्यटक स्थल बन सकता है।

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