म.प्र. अतिथि शिक्षक संघ लालबर्रा के द्वारा २१ फरवरी को नगर मुख्यालय स्थित पोस्ट ऑफिस पहुंचकर देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को पोस्ट कार्ड भेजकर २ सितंबर २०२३ को अतिथि शिक्षकों की महापंचायत में की गई घोषणा को जल्द पूरा किये जाने की मांग की है। आपकों बता दे कि शासकीय स्कूलों में शिक्षकों की कमी से छात्र-छात्राओं की पढ़ाई प्रभावित न हो इसलिए शासन के द्वारा अतिथि शिक्षक वर्ग १, २ एवं ३ की नियुक्ति की गई है जिनके द्वारा स्कूलों में शिक्षा अध्यापन कार्य करवाया जा रहा है अल्प वेतनमान में। साथ ही अतिथि शिक्षकों के द्वारा लंबे समय से नियमिततीकरण सहित अन्य मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन एवं आंदोलन भी किया गया है परन्तु उनकी मांगे वर्तमान समय तक पूरी नही हुई है एवं विधानसभा चुनाव के पूर्व प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के द्वारा प्रदेशभर के अतिथि शिक्षकों की भोपाल में महापंचायत बुलाकर घोषणा की गई थी कि अतिथि शिक्षकों का मानदेय दुगुना, २ से ५ तारीख के बीच में मानदेय, सभी को नियमित किया जायेगा सहित अन्य मांगे शामिल थी परन्तु वर्तमान समय तक सरकार के द्वारा महापंचायत में की गई घोषणा को पूरा नही किया गया है जिससे अतिथि शिक्षकों मेें सरकार के प्रति भारी आक्रोश देखा जा रहा है। वहीं सरकार को महापंचायत में की गई घोषणा को याद दिलवाने एवं उसे जल्द पूरा किये जाने की मांग को लेकर अतिथि शिक्षक संघ लालबर्रा के द्वारा २१ फरवरी को पोस्ट ऑफिस के माध्यम से पोस्टकार्ड में अपनी मांगों का ज्ञापन देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को भेजा है और सरकार से मांग की है कि जल्द उनकी जायज मांगों को पूरा करेें अन्यथा अतिथि शिक्षकों के द्वारा आंदोलन किया जायेगा। अतिथि शिक्षकों ने बताया कि लंबे समय से हम लोग अल्प वेतनमान में सरकारी स्कूलों में अपनी सेवाएं दे रहे है नियमित शिक्षकों की तरह परन्तु सरकार हमें समय पर मानदेय प्रदान नही कर रही है और विगत ३ से ४ माह से मानदेय भी नही मिला है जिसके कारण परिवार का पालन-पोषण करने में खासा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही यह भी बताया कि २ सितंबर २०२३ को प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के द्वारा प्रदेशभर के अतिथि शिक्षकों की भोपाल में महापंचायत बुलाई गई थी जहां घोषणा की गई थी कि अतिथि शिक्षकों का मानदेय दुगुना, समय पर मानेदय देने एवं नियमिततीकरण की परन्तु वर्तमान समय तक घोषणा पूरी नही की गई है जिससे सभी अतिथि शिक्षकों में सरकार के प्रति भारी आक्रोश व्याप्त है। इसलिए सरकार को उनकी घोषणा याद दिलवाने के लिए पोस्टकार्ड के माध्यम से देश के प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा गया है ताकि हमारी मांगों को जल्द पूरा करें और यह पोस्ट कार्ड पुरे प्रदेशभर के अतिथि शिक्षक एक साथ भेज रहे है।