ग्रामीण क्षेत्र में धार्मिक आस्था अनुरूप मनाई गई महाशिवरात्री

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ग्रामीण क्षेत्र में महाशिवरात्री पर्व शिवालयों में हर्षोउल्लास के साथ मनाया गया। इस दौरान मंदिरों में भगवान शिव की विशेष पूजा अर्चन की गई। ग्रामीण क्षेत्र में प्रात:काल भगवान की विशेष पूजा अर्चना की गई। जिसके बाद विविध धार्मिक आयोजन आयोजित किये गये है। जिसमें ग्रामीण जनता ने बढ़ चढक़र हिस्सा लिया। गौरतलब है कि महाशिवरात्री पर्व हिंदू वर्ग के लिये काफी आस्था पूर्ण माना जाता है। इस मर्तबा यह पर्व ८ मार्च को पढ़ा है जिसको लेकर हिंदू द्यर्माबलंबीयो में विशेष उत्साह देखा गया है।
साधारण तरीके से मनाई जा रही महाशिवरात्री – रीता भगत
इस संबंध में ग्रामीण सिकन्द्रा रीता भगत ने पद्मेश को बताया कि इस मर्तबा हम लोगों ने काफी सिंपल आयोजन रखा है। हम लोग ग्राम सिकन्द्रा के लोग से अपील करते है कि वे इस आयोजन में शामिल हो। सिर्फ हमारे द्वारा पूजा अर्चना के बाद महाप्रसादी रूप मे प्रसाद का भंडारा किया जायेगा। वही रात्री में भजन कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा।
हवन पूजन के बाद होगा भंडारा – बलीराम हरिनखेड़े
इसी तरह ग्रामीण बलीराम हरिनखेड़े मदनपुर निवासी ने पद्मेश को बताया कि यह धार्मिक कार्यक्रम सार्वजनिक तौर पर किया जाता है। इस मर्तंबा हवन पूजन के बाद हम लोग छोटा सा भंडारा आयोजित करेंगे, हमारे ग्राम में १ मात्र शिव मंदिर है जिसमें यह कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। हम प्रतिवर्ष इस पावन पर्व पर यह आयोजन करते है जिसमें रात्री भर विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम आयोजित होते है।
प्रतिवर्ष मंदिर में मनाई जाती है महाशिवरात्री
इसी तरह सिकन्द्रा के वासी प्रमोद संस्कार ने पद्मेश को बताया कि हम लोगों ने महाशिवरात्री पर्व के दौरान धार्मिक आयोजन किये है। हवन पूजन के पश्चात हम लोग भंडारे का आयोजन करेंगे। यह धार्मिक आयोजन प्रतिवर्ष होता है। हम यही चाहते है कि सभी लोग इस धार्मिक आयोजन में शामिल होकर पुण्य लाभ अर्जित करे।

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